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बीजेपी को राष्ट्रवादी लगने लगे 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के नारे, कांग्रेस ने भी की नक़ल

बीजेपी को राष्ट्रवादी लगने लगे 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के नारे, कांग्रेस ने भी की नक़ल

बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में अपनी बात लोगों तक पहुँचाने के लिए वह ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के ‘आज़ादी’ के नारों का सहारा ले रही है।

चुनावी घमासान में बीजेपी और कांग्रेस, दोनों एक-दूसरे की नक़ल पर उतारू हैं। दोनों ही प्रचार की एक जैसी शैली अपना रहे हैं। और इस लड़ाई में सबसे दिलचस्प यह है कि बीजेपी को अब उस तथाकथित ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के नारे भी ‘राष्ट्रवादी’ लगने लगे हैं, जिसके ख़िलाफ़ बीजेपी ने कभी आसमान सिर पर उठा लिया था। और जेएनयू को बदनाम करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी। 

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बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में अपनी बात लोगों तक पहुँचाने के लिए उसने ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के ‘आज़ादी’ के नारों का सहारा लिया है। अब इसमें एक ख़ास बात यह है कि कांग्रेस ने भी ‘आज़ादी’ की थीम पर ठीक ऐसा ही अपना वीडियो बनाया है। 

यही नहीं, दोनों पार्टियों के वीडियो में एक और समानता है। दोनों ही वीडियो गली ब्वॉय के पॉपुलर रैप साँग पर बनाए गए हैं। दोनों ही वीडियो अपने-अपने रैप साँग में लगभग एक तरह की ही लाइनों पर एक-दूसरे पर राजनीतिक हमले कर रहे हैं। 

बीजेपी कहती रही देशद्रोही

बीजेपी के वीडियो को देखने के बाद आप भी यह सवाल पूछने के लिए मज़बूर होंगे कि जिन नारों को लेकर बीजेपी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों को ‘देशद्रोही’ बताती रही, इसके बदले कथित राष्ट्रवाद के नाम पर चुनावी फ़सल काटती रही, आख़िरकार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उसे ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के ‘आज़ादी’ के नारे को इस्तेमाल करने की क्या ज़रूरत पड़ गई 

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बीजेपी के वीडियो की शुरुआत ही जेएनयू के छात्रों के ‘आज़ादी’ के नारे से की गई है। इसमें ख़ासतौर पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को निशाना बनाया गया है। 

‘आज़ादी’ के नारों पर हुई ख़ूब राजनीति

आपको याद दिला दें कि 9 फरवरी, 2016 को जेएनयू परिसर में हुए एक कार्यक्रम में कन्हैया और उनके साथियों ने ‘आज़ादी’ के नारे लगाए थे। लेकिन बीजेपी ने इसे इस तरह से प्रचारित किया कि ये छात्र देश से आज़ादी की माँग कर रहे हैं। यह भी आरोप लगाया गया था कि इस कार्यक्रम में कथित तौर पर देश विरोधी नारे लगाए गए थे। 

इन आरोपों के चलते जेएनयू छात्रसंघ के तत्कालीन अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उनके दो साथियों उमर ख़ालिद और अनिर्बन को गिरफ़्तार कर लिया गया था। 

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ज़ेल से बाहर आने के बाद कन्हैया ने अपने भाषण में कहा था, ‘हम भारत से आज़ादी नहीं चाहते हैं। हम भुखमरी, जातिवाद, अत्‍याचार से आज़ादी चाहते हैं। हम फ़र्जी ट्वीट करने वाले आरएसएस के लोगों से आज़ादी चाहते हैं।’ 

उधर, कांग्रेस ने भी ‘आज़ादी’ के नारे के सहारे बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है। 

कांग्रेस के वीडियो में जस्टिस लोया की मौत का मुद्दा उठाने के साथ ही मोदी को मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस पर मेहरबान बताया गया है। रफ़ाल घोटाले पर राहुल गाँधी के ‘चौकीदार चोर है’ के नारे को वीडियो में दिखाते हुए अमित शाह के बेटे जय शाह को ‘स्टार’ बनाने की बात कही गई है। 

कांग्रेस के वीडियो में दलितों पर अत्याचार, मॉब लिंचिंग की घटनाओं को दिखाते हुए गौरी लंकेश की मौत का भी ज़िक्र किया गया है।

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