रानी लक्ष्मीबाई, इंदिरा-प्रियंका का DNA एक बताकर कांग्रेस ‘फंसी’?
मध्य प्रदेश के चुनावी दौरे पर दूसरी बार आईं कांग्रेस की स्टार नेता प्रियंका गांधी और उनकी दादी इंदिरा गांधी के डीएनए को रानी लक्ष्मीबाई के डीएनए जैसा बताकर कांग्रेस ‘फंस’ गई है। दरअसल कांग्रेस द्वारा इंदिरा गांधी और प्रियंका गांधी के डीएनए को रानी लक्ष्मीबाई वाला बताते ही मप्र बीजेपी ने ‘गांधी परिवार’ को निशाने पर लेते हुए सोनिया गांधी के विदेशी मूल की पुरानी फ़ाइल को ‘रि-ओपन’ कर दिया है।
ग्वालियर-चंबल संभाग की कुल 32 सीटों को कांग्रेस ने टारगेट कर रखा है। अनुसूचित जाति की बाहुल्यता वाले इस इलाक़े में प्रियंका के दौरे को कांग्रेस ने बहुत सोच-समझकर सुनिश्चित किया। कांग्रेस ने विधानसभा के 2018 के चुनाव में बीजेपी को 7 सीटों पर सीमित कर दिया था। पार्टी ने 2013 के चुनाव परिणामों की तुलना में 12 सीटों की बढ़त बनाकर कुल 26 सीटें हासिल कर ली थीं। ग्वालियर-चंबल में विधानसभा चुनाव 2018 की बाजी पलटने का बड़ा श्रेय तत्कालीन कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खाते में गया था।
प्रियंका गांधी के ग्वालियर के चुनावी दौरे को लेकर कांग्रेस के तमाम संभावित गुणा-भाग के बीच गुरुवार शाम पार्टी से ‘चुनावी फ़ाउल’ होता दिखाई पड़ा।
भोपाल में गुरुवार शाम को मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कह दिया, ‘रानी लक्ष्मीबाई ने 1857 में अंग्रेजों, राजा-महाराजाओं सिंधिया से युद्ध लड़ा था। जब अंग्रेज और ये राजा-महाराजा एक थे, और रानी लक्ष्मीबाई इनसे लड़ते-लड़ते अपनी जान देकर शहीद हुई थीं।’
शर्मा ने आगे कहा, ‘रानी लक्ष्मीबाई का जन्मदिन 19 नवंबर है और इंदिरा गांधी का जन्मदिन भी 19 नवंबर है। इन दोनों का डीएनए प्रियंका गांधी में है।’
पीसी शर्मा ने गुरुवार शाम को कहा था, ‘मैं समझता हूं कि जिन लोगों ने दगा किया था, 2018 के बाद जब कमलनाथ जी की सरकार बनी थी और सरकार मोल-भाव करके तोड़ दी थी। उन सबसे निपटने के लिए और फिर एक बार कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए प्रियंका गांधी ग्वालियर से हुंकार भरेंगी।’
पीसी शर्मा ने कहा, ‘यह मान कर चलिए कि यह हुंकार केवल मध्यप्रदेश तक नहीं बल्कि, राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया नाम का जो गठबंधन बना है उसे देश और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी।’
बीजेपी बोली- ये इटालियन संस्कृति से उपजा परिवार
कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा के बयान के तत्काल बाद मप्र भाजपा आक्रामक हो गई। प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा, ‘ये इटालियन संस्कृति से उपजा हुआ परिवार है। जिसने परिवारवाद और भ्रष्टाचार की राजनीति की है। आज उनके डीएनए को वीरांगना से जोड़ना, हमारे बलिदानियों का अपमान है। ये देश स्वीकार नहीं करेगा।’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने हमेशा शहीदों क्रांतिकारियों का अपमान करने का काम किया है। कांग्रेस का मूल डीएनए जातिवाद, परिवारवाद, भ्रष्टाचार है।’ आशीष ने D से डायनेस्टिक, N से नेपोटिज्म और A से अब्यूसमेंट के बीजेपी के पुराने ‘फ़लसफ़े’ को मीडिया के सामने दोहरा दिया।
‘डीएनए का उल्लेख कांग्रेस की बड़ी चूक’
मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक डॉ. राकेश पाठक ने ‘सत्य हिंदी’ से कहा, संजीदा माने जाने वाले पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ विधायक पीसी शर्मा ने अति-उत्साह में ‘बड़ी चूक’ कर दी है। बीजेपी को राजनीतिक प्रहार का सुनहरा अवसर दे दिया है। डॉ. पाठक कहते हैं, ‘बीजेपी की हालत ख़स्ता है। वह स्वयं मानकर चल रही है कि सेमीफ़ाइनल (विधानसभा चुनाव 2023) आसान नहीं है। लेकिन सबकुछ पक्ष में होने के बावजूद ऐसी ही चूकें कांग्रेस को सत्ता से दूर करने के कारक बन जायेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘वक्त अति-उत्साह दिखाने और बिगड़े बोल का कदापि नहीं है। क्योंकि एक गलती/एक बिगड़े बोल को बीजेपी कैसे कैश कराती है? कैसे बाज़ी पलटती है? कांग्रेस बेहतरी से जानती है।’