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बर्ड फ़्लू को लेकर दहशत, कई राज्यों में हो रही पक्षियों की मौत

बर्ड फ़्लू को लेकर दहशत, कई राज्यों में हो रही पक्षियों की मौत

राजस्थान के झालावाड़, भरतपुर, नागौर, जैसलमेर, कोटा में प्रवाक्षी पक्षी मृत पाए गए हैं। यहां पर कई दिनों से कौवों की मौत हो गई है और जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि इनकी मौत का कारण बर्ड फ़्लू है। 

कोरोना महामारी से उबरने की कोशिशों के बीच ही बर्ड फ़्लू (एवियन इंफ्लूएंजा) ने दस्तक दे दी है। हिमाचल प्रदेश, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा में कई पक्षियों की इस फ़्लू के कारण मौत हो चुकी है। एहतियात बरतते हुए पंजाब, झारखंड, उत्तराखंड सहित कई राज्य अलर्ट पर हैं। 

कांगड़ा के पोंग डेम में 2300 से ज़्यादा पक्षियों की मौत बर्ड फ़्लू के कारण हो चुकी है। राज्य सरकार ने कांगड़ा जिले के कुछ इलाक़ों में मुर्गों के बेचने, ख़रीदने और मारने पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुर्गों से जुड़े उत्पाद और मछलियों को लेकर भी प्रतिबंध लगाया गया है। पशुपालन विभाग के कर्मचारियों को सतर्क रहने और हालात पर नज़र बनाए रखने के लिए कहा गया है। 

केरल के वन मंत्री के. राजू ने कहा है कि राज्य के कोट्टयम और अलप्पुझा में बर्ड फ़्लू के मामले आए हैं और 12 हज़ार से ज़्यादा बतखों की मौत हो चुकी है। बाक़ी पक्षियों को बचाने के लिए उन्हें अलग किया जा रहा है। केरल में बीते सात साल में बर्ड फ्लू का यह तीसरा हमला है। 

राजस्थान के झालावाड़, भरतपुर, नागौर, जैसलमेर, कोटा में प्रवाक्षी पक्षी मृत पाए गए हैं। यहां पर कई दिनों से कौवों की मौत हो रही है और जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि इनकी मौत का कारण बर्ड फ़्लू है।

माना जा रहा है कि बाहर से आने वाले पक्षियों के कारण यह वायरस भारत पहुंचा है। मुर्गियों, कौवों के अलावा बगुलों की भी मौत हो रही है। एक वरिष्ठ अफ़सर ने टीओआई से कहा कि बर्ड फ़्लू पक्षियों से इंसानों में फैलता है। इसलिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पोल्ट्री फ़ॉर्म पर पैनी नज़र रखें। 

मध्य प्रदेश में कौवों की मौत

मध्य प्रदेश में भी लगातार कौवों की मौत हो रही है और यह आंकड़ा 500 तक पहुंच चुका है। सूबे के कई इलाक़ों में कौवों की मौत हो चुकी है। इनमें आगर मालवा, सीहोर, मंदसौर, खरगौन शामिल है। मध्य प्रदेश सरकार ने बर्ड फ़्लू की पुष्टि की है। 

हरियाणा में लाखों पक्षियों की मौत

हरियाणा के पंचकूला के बरवाला में लाखों पक्षियों की मौत हो गई है। इसके बाद राज्य सरकार के पशुपालन विभाग ने बड़े पैमाने पर फ़ॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है और शनिवार को यहां से 80 सैंपल जालंधर स्थित क्षेत्रीय जांच प्रयोगशाला में भेजे गए थे। लेकिन प्रयोगशाला के अधिकारियों का कहना है कि ये सैंपल काफी नहीं थे, इसलिए मंगलवार को एक टीम बरवाला पहुंची और ताज़े सैंपल लिए। 

प्रयोगशाला के निदेशक डॉ. मोहिंदर पाल सिंह ने कहा है कि चूंकि बर्ड फ़्लू फैल रहा है, इसलिए वे किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहते और इसे काफी गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि बरवाला से लिए गए ताज़ा सैंपल्स की रिपोर्ट बुधवार शाम तक आ जाएगी। 

हालांकि अभी तक पक्षियों से मनुष्य में इस संक्रमण के फैलने की ख़बर नहीं है। लेकिन इसे लेकर चिंता बनी हुई है। 

बर्ड फ़्लू के लक्षण

  1. पेट के नीचे वाले हिस्से में दर्द
  2. निमोनिया और सांस लेने में दिक्क़त
  3. गले में ख़राश, कफ 
  4. आंखों में सूजन, दर्द 
  5. गले में सूजन
  6. नाक का बहना
  7. दस्त लगना
  8. सिर और मांसपेशियों में दर्द

क्या करना चाहिए?

पोल्ट्री फ़ॉर्म में काम करने वाले लोगों को ऐसे वक़्त में बेहद सतर्क रहने की ज़रूरत है। ऐसे लोग साफ-सफ़ाई का बेहद ध्यान रखें क्योंकि अगर वे संक्रमित हुए तो उनके संपर्क में आने वाले लोग भी इससे संक्रमित हो जाएंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे वक़्त में मांस या अंडों का सेवन न करें और कच्चे मांस या अंडे का तो क़तई न करें। 

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