गायघाट रिमांड होम में रहने वाली लड़कियां मंत्रियों के पास भेजी जाती हैं। पूर्व IPS अफसर अमिताभ कुमार दास ने गुरुवार राज्यपाल को पत्र लिख कर यह गंभीर आरोप लगाया है। अमिताभ दास ने इस पूरे मामले की CBI से जांच करवाने की मांग की है। राज्यपाल को लिखे लेटर में उन्होंने सीधे तौर पर सरकार और उनके कई मंत्रियों पर आरोप लगाया है।
इधर, महिला रिमांड होम से जुड़े मामलों को देखने वाली वकील का दावा है कि वहां रहने वाली 5 लड़कियां लापता हैं। इनमें 2 लड़कियां बांग्लादेश की रहने वाली थी।
क्या है मामला?
राजधानी पटना के गायघाट स्थित महिला रिमांड होम से फरार एक युवती ने रिमांड होम की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर आरोप लगाया कि वो रिमांड होम में रहने वाली लड़कियों को बाहर भेजा करती थी। हालांकि समाज कल्याण विभाग ने आनन-फानन में एक टीम गठित कर महिला डिमांड होम की व्यवस्था और सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता को क्लीन चिट दे दिया। लेकिन, इस बीच लड़की के पूछताछ का वीडियो वायरल होने के बाद बिहार में बवाल मच गया।
पटना हाई कोर्ट ने भी इस मामले स्वतः संज्ञान लेते हुए अपर मुख्य सचिव को पार्टी बनाते हुए जांच का आदेश दिया है। इसके साथ ही अभी तक की पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट भी कोर्ट ने समाज कल्याण विभाग से मांगी है।
एफआईआर नहीं दर्ज की थी
पीड़िता पूरे मामले की सबसे पहले पटना के गांधी मैदान थाना में सूचना लेकर पहुंची थी। वहां पर तैनात पुलिस वालों ने कहा कि यह मामला बहादुरपुर थाने से जुड़ा है। लड़की जब वहां गई तो वहां पर इसकी बात नहीं सुनी गई और न ही आरोपी के खिलाफ एफआईआर ही दर्ज किया गया। फिर लड़की पटना के डीएम के पास अपनी फरियाद लेकर गई थी। वहां से भी उसे भगा दिया गया था।
लाइफ बन जायेगी, कहकर भेजती थी
ढाई मिनट के वीडियो में लड़की ने रिमांड होम के अंदर की खौफनाक हरकतों का खुलासा किया है । उसके मुताबिक़ वहां रह रही लड़कियों का शारीरिक और मानसिक शोषण किया जाता है। लाइफ बनाने के नाम पर लड़कियों को गुप्त तरीके से रिमांड होम के बाहर लड़कों के पास भेजा जाता है। अक्सर रिमांड होम में बाहरी लोगों का आना-जाना लगा रहता है। उसने आरोप लगाया है कि जो लड़कियां सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता की बात नहीं मानती हैं, उन्हें दवा खिलाकर पागल बनाया जाता है।
तड़प कर मर गई थी दीदी
लड़की वीडियो में काफी घबराई हुई है। उसने वीडियो में कबूल किया है कि उसके साथ भी ऐसी हरकत हुई थी। उसने बताया कि एक लड़की को रिमांड होम में फांसी लगा दिया गया था। उसने सुसाइड नहीं किया था। उसे मारा गया था। वो अपनी जिंदगी जीना चाहती थी। इसी तरह एक और महिला की उसने चर्चा करते हुए कहा कि वो बीमार थी। उसकी स्थिति गंभीर होने के बाद भी उसे अस्पताल नहीं ले जाया गया।
उसका आरोप है कि वंदना गुप्ता इस महिला से इलाज के नाम पर चार हजार रुपया मांग रही थी। उसके पास पैसा नहीं था। इसलिए वो रिमांड होम में तड़प तड़प कर मर गई। उसको एक छोटा बच्चा भी है।
सीमा समृद्धि का मिला साथ
गाय घाट महिला रिमांड होम में रह रही लड़कियों के साथ यौन शोषण व प्रताड़ना मामले को अब निर्भया दुष्कर्म व हत्याकांड के दोषियों को फांसी के तख्ते तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाली सुप्रीम कोर्ट की वकील सीमा समृद्धि का साथ मिला है। प्रशासन की अनुमति मिलने पर सीमा आज पीड़ित युवती से मिलने वाली हैं।