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बिहार: जहरीली शराब से कम से कम 24 की मौत, 40 अस्पताल में भर्ती 

बिहार: जहरीली शराब से कम से कम 24 की मौत, 40 अस्पताल में भर्ती 

जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय समीक्षा का निर्देश दिया है। उन्हें कहा गया है कि जो भी दोषी हो उस पर कड़ी कार्रवाई करें।

शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब पीने से कई जगहों पर कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई है। 40 से ज़्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह आधिकारिक तौर पर आँकड़ा दिया गया है, जबकि कुछ मीडिया रिपोर्टों में 30 लोगों की मौत होना बताया गया है। मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जहरीली शराब से कई लोगों की आँखों की रौशनी जाने की भी ख़बरें हैं। 

जहरीली शराब की ये घटनाएँ छपरा और सीवान जिले में आई हैं। इसने कई परिवारों को उजाड़ दिया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सिवान-पटना हाइवे पर कौड़ियां और आसपास के गांव खैरवा, माघर, विलासपुर और सरसैया में जहरीली शराब पीने से क़रीब 26 लोगों की मौत हो गई है। छपरा में भी 4 लोगों ने दम तोड़ दिया है।

सिवान के जिले में बुधवार को 3 लोगों के मरने की बात समाने आई थी। रात होते-होते मृतकों की संख्या बढ़ कर 9 हो गई। गुरुवार की सुबह मृतकों की संख्या 20 बताया जाने लगा, लेकिन शाम तक संख्या 26 होने की बात कही जा रही है। मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 

मनी कंट्रोल ने मीडिया रिपोर्टों के हवाले से ख़बर दी है कि क़रीब सात लोगों की आँखों की रौशनी चली गई है। रिपोर्ट के अनुसार गोपालगंज सदर अस्पताल से भी दो लोगों को पटना रेफर करने की बात कही जा रही है। जहरीली शराब से अस्पताल में भर्ती मरीजों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। 

न्यूज़18 की रिपोर्ट के अनुसार बिहार के डीजीपी आलोक राज ने गुरुवार दोपहर को कहा, 'अभी तक दूषित शराब पीने से 24 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। सीवान जिले में 20 और सारण जिले में चार मौतें हुई हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके सारण जिले के मशरक और सीवान जिले के भगवानपुर बाजार हैं। एसपी और डीआईजी ने प्रभावित इलाक़ों का दौरा किया, संदिग्ध लोगों से पूछताछ की और उन्हें हिरासत में ले लिया।’

जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय समीक्षा का निर्देश दिया है। उन्हें कहा गया है कि जो भी दोषी हो उस पर कड़ी कार्रवाई करें।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा है, 'बिहार के सीवान और सारण जिलों में जहरीली शराब से बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को श्रीचरणों में स्थान दें। शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती  हैं, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।'

इसके साथ ही उन्होंने नीतीश सरकार पर निशाना भी साधा है। उन्होंने कहा है, 'बिहार में शराबबंदी लागू है लेकिन जहरीली शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है, जिससे आये दिन मौतें होती हैं। सरकार को इस पर लगाम लगानी चाहिए।' 

प्रशांत किशोर ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी सिर्फ़ सरकारी फाइलों और नेताओं के भाषणों में ही है। उन्होंने कहा कि शहर से लेकर गाँवों तक धड़ल्ले शराब बिक रहे हैं।

बता दें कि बिहार में जहरीली शराब से मौत की ख़बरें लगातार आती रही हैं। दो साल पहले भी छपरा और सीवान जिले जहरीली शराब से मौत को लेकर सुर्खियों में रहा था। दिसंबर 2022 में छपरा में जहरीली शराब पीने से 70 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई थी। छपरा के अलावा सिवान में भी जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई थी। तब नीतीश का एक बयान बहुत वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कह दिया था कि जो शराब पियेगा वह मरेगा। 

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