बिहारः राजद भी अपनी सरकार बनाने के लिए कर रहा जोड़-तोड़ की कोशिश
बिहार में सत्ता परिवर्तन की अटकलें और इसको लेकर राजनीति तेज हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिकभाजपा गठबंधन होने की स्थिति में नीतीश को सीएम बनाने के लिए तैयार हो गई है। भाजपा बिहार सरकार में शामिल होने का यह सुनहरा मौका किसी भी हाल में खोना नहीं चाहती है।
राजनैतिक हलकों में चर्चा है कि नीतीश कुमार भाजपा आलाकमान के फोन का इंतजार कर रहे हैं और अगर अमित शाह या भाजपा के किसी शीर्ष नेता उन्हें यह भरोसा दिला देते हैं कि गठबंधन के बाद सीएम नीतीश ही रहेंगे तब नीतीश राजभवन जाकर इस्तीफा दे सकते हैं। इस्तीफे के बाद वह भाजपा के साथ गठबंधन कर नए सिरे से सरकार बना सकते हैं।
इस बीच सूत्रों का दावा है कि बिहार में आए इस राजनैतिक संकट का मुकाबला करने के लिए लालू यादव ने कमर कस ली है। लालू यादव लगातार राजद और उसके सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं।
पटना के राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि, राजद कोशिश कर रहा है कि वह जेडीयू के कुछ विधायकों को तोड़ कर अपने में मिला ले। राजद जदयू के कुछ विधायकों को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान अनुपस्थित रहने के लिए भी तैयार करना चाह रहा है।
अगर राजद अपने इस ऑपरेशन में कामयाब हो जाएगा तब नीतीश कुमार पाला बदल कर भी सीएम नहीं रह पाएंगे और इस स्थिति में राजद सरकार बना सकती है। वहीं कई राजनैतिक विश्लेषक दावा कर रहे हैं कि नीतीश कुमार अगर पाला बदलते हैं तब राजद सबसे बड़ा दल होने के नाते सरकार बनाने का दावा भी कर सकता है।
राजद अंदर ही अंदर कोशिश कर रहा है कि वह जेडीयू और हम विधायकों को तोड़ कर और अन्य दलों के सहयोग से सरकार बना ले। खबर है कि राजद हम पार्टी से संपर्क कर रहा है, हम को बड़ा पद ऑफर किया जा रहा है। हम के बिहार विधानसभा में 4 विधायक हैं।
ऐसी स्थिति पैदा होने से मुकाबला करने के लिए भाजपा और जदयू भी कमर कस चुके हैं। सूत्रों का दावा है कि भाजपा और जदयू कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर सकते हैं ताकि अगर जदयू के विधायकों को राजद तोड़ने में कामयाब हो जाती है तब उसका मुकाबला कांग्रेस के विधायकों को तोड़ कर किया जा सके।
कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने में भाजपा-जदयू कामयाब नहीं हो इसके लिए भी लालू यादव कोशिश कर रहे हैं। लालू यादव इस पूरी स्थिति में राजद की ओर से कमान संभाल चुके हैं।
माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन को लेकर नीतीश कुमार की जो उम्मीद थी वह पूरी होती नहीं दिख रही है। ऐसे में उन्हें लग रहा है कि भाजपा के साथ जाकर ही वह अपनी सत्ता को लंबे समय तक बरकरार रख सकते हैं। यही कारण है वह पाला बदल सकते हैं।
दूसरी तरफ लालू यादव पिछले अनुभवों से सीख लेते हुए इस बार कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं और वह पूरी कोशिश कर रहे हैं कि या तो नीतीश कुमार को भाजपा के पाले में जाने से रोका जाए या फिर राजद के नेतृत्व में सरकार बनवाई जाए।
राजद और कांग्रेस ने कहा स्थिति साफ करे सीएम
बिहार के मौजूदा राजनीतिक हालात पर राजद और कांग्रेस नेताओं ने सीएम नीतीश कुमार से मांग की है कि वह स्थिति को साफ करें।कांग्रेस नेता प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा है कि, कांग्रेस भी चाहती है कि मुख्यमंत्री को आगे आकर इस पूरी परिस्थिति के बारे में राज्य की जनता के सामने स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए है। कई तरह के विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है।
वहीं राजद सांसद मनोज झा ने कहा है कि नीतीश कुमार जी से आग्रह है कि इस संशय को दूर कर दें। तिल का ताड़ कैसे बनाया जा रहा है ये देख रहा हूं। इंसान के होते हुए इंसान का ये हश्र देखा नहीं जाता लेकिन देख रहा हूं।
वहीं राजद नेता शिवानंद तिवारी ने इस पूरे घटनाक्रम पर कहा है कि, हम लोग कल्पना नहीं कर सकते हैं कि नीतीश कुमार एनडीए में चले जाएंगे। हम इसलिए कल्पना नहीं कर सकते हैं क्योंकि वह इतिहास में अपना नाम किस तरह से दर्ज करवाना चाहते हैं?
शिवानंद तिवारी ने कहा कि भाजपा कार्यालय के चपरासी ने भी कहा था कि उनके लिए यहां का दरवाजा बंद हो चुका है।