बिहार के गोपालगंज में एक पुजारी की हत्या जिस क्रूरता के साथ हुई है वह दिल को दहला देने वाली है। पुलिस ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से लापता एक पुजारी की शनिवार को गोपालगंज जिले के एक गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसकी आंखें निकाल ली गईं और जीभ व गुप्तांग काट दिए गए। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। रिपोर्ट के अनुसार इसमें दो पुलिस अधिकारियों को मामूली चोटें आई हैं। इस मामले की जाँच के लिए एसआईटी गठित की गई है।
पुजारी का शव इस तरह क्षत-विक्षत मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने नेशनल हाइवे-27 पर जमकर हंगामा किया। उन्होंने आगजनी की और पुलिस पर पथराव भी किया। इसी घटना के दौरान पुलिस के दो जवान घायल हो गए। इसके अलावा एक पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। इस दौरान पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।
पुलिस के अनुसार गोपालगंज ज़िले के दानापुर गांव में एक शिव मंदिर के पुजारी मनोज कुमार छह दिनों से लापता थे। पुलिस ने बताया कि मनोज कुमार उस समय गायब हो गये जब वह अपने घर से मंदिर के लिए निकले थे। काफी ढूंढने के बाद भी पुजारी का पता नहीं चला तो इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस छह दिनों से ढूंढने में जुटी थी।
शनिवार को पुलिस को शव गांव की झाड़ियों में मिला। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। लोगों ने पुलिस के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया। इसके बाद झड़पें हुईं, जिसके दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस कर्मियों पर पथराव किया और राजमार्ग पर खड़े एक पुलिस वाहन में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग कर स्थिति को संभालने का प्रयास किया।
परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार मनोज कुमार के भाई सुरेश शाह ने कहा, 'जिला प्रशासन के कुछ लोग आए और हमें आश्वासन दिया कि जल्द ही जांच की जाएगी। लेकिन छह दिन बाद मेरे भाई का शव मिला। हमें नहीं पता कि हत्या कैसे और क्यों हुई।'
रिपोर्ट के अनुसार एसडीपीओ प्रांजल ने कहा कि गांव में स्थिति नियंत्रण में है और पर्याप्त पुलिस बल बुलाया गया है। उन्होंने आगे कहा, 'अब हाईवे साफ कर दिया गया है। लोगों ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव किया था। इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी।' इस घटना को लेकर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाल ने ट्वीट कर नीतीश सरकार को जंगल राज करार दिया है।