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कोरोना, बाढ़ के बीच बिहार पंचायत चुनाव 11 चरणों में

कोरोना, बाढ़ के बीच बिहार पंचायत चुनाव 11 चरणों में

कोरोना और बाढ़ की कहर के बावजूद बिहार में 11 चरणों में पंचायत चुनाव होंगे, जिनमें छह करोड़ से ज़्यादा मतदाता भाग लेंगे। 

ऐसे समय जब कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है और अक्टूबर में इसके चरम पर होने की आशंका जताई जा रही है, बिहार में ढाई लाख से ज़्यादा पदों के लिए अनुमानित 10 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे और इसमें छह करोड़ से ज़्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

कुल ग्यारह चरणों में होने वाले मतदान की चुनाव प्रक्रिया बुधवार को शुरू हो गई, चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर दिया और आचार संहिता भी लागू हो गई है। 

लेकिन अहम बात यह है कि यह सब कोरोना महामारी के बीच होने जा रहा है और वह भी उस राज्य में जहां, कोरोना से लड़ने का बहुत पुख़्ता इंतजाम नहीं है।

पहले चरण का मतदान 24 सितंबर को और अंतिम चरण का 12 दिसंबर को होगा। हर चरण के मतदान के दो दिन बाद वहां के वोटों की गिनती हो जाएगी। पहले चरण में बाढ़-प्रभावित 28 ज़िलों में मतदान नहीं होगा।

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है कि बाढ़ प्रभावित ज़िलों में अंतिम चरण में मतदान होगा। आयोग का मानना है कि 15 सितंबर के बाद मानसून ख़त्म हो जाता है। इसके बाद भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चुनाव को लेकर काफी समय रहेगा।

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दिसंबर में होने वाले अंतिम चरण के चुनाव तक इन क्षेत्रों में यातायात के साधन भी उपलब्ध हो जाएंगे। पंचायत चुनाव को लेकर उम्मीदवारों को ऑनलाइन व ऑफलाइन नामांकन की सुविधा भी प्रदान की है।

नामांकन को लेकर दोनों ही प्रकार से राशि भी जमा कर सकेंगे। हालांकि ऑनलाइन नामांकन के बाद भी एक बार उम्मीदवार को चुनाव पदाधिकारी के कार्यालय में जाना पड़ेगा। 

जमानत राशि नहीं बदली

बिहार चुनाव आयोग का कहना है कि पंचायत आम चुनाव के दौरान पदवार अधिकतम चुनाव खर्च की सीमा पहले जितनी ही रखी गई है। वार्ड सदस्य व पंच के लिए 20-20 हज़ार रुपये, मुखिया व सरपंच के लिए 40 हज़ार रुपए, पंचायत समिति सदस्य के लिए 30 हज़ार रुपये और ज़िला परिषद सदस्य के लिए एक लाख रुपये की ज़मानत राशि जमा करनी होगी।  

आयोग ने हेल्पलाइन नंबर 1800-3457-243 जारी किया है। इस हेल्पलाइन नंबर पर कोई भी मतदाता अपनी शिकायत, सुझाव या जानकारी दे सकेगा।  हेल्पलाइन नंबर को लेकर आयोग में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। 

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माइक्रो ऑब्जर्बर 

राज्य चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि मतगणना के दौरान माइक्रो ऑब्जर्बर तैनात किए जाएंगे। साथ ही, ऑनलाइन निगरानी भी की जाएगी। साथ ही मतदान केंद्रों पर बायोमेट्रिक्स के इस्तेमाल को लेकर तैयारी की जा रही है। वहीं, मतदान केंद्रों की लाइव वेब कास्टिंग भी करायी जाएगी।

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