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सीबीआई, ईडी मेरे घर में ऑफिस खोल सकती हैं: तेजस्वी

सीबीआई, ईडी मेरे घर में ऑफिस खोल सकती हैं: तेजस्वी

केंद्रीय एजेंसियों पर जिस तरह से विपक्षी दलों के नेताओं के ख़िलाफ़ निशाना बनाकर कार्रवाई करने के आरोप लगते रहे हैं, उसको लेकर तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है। जानिए उन्होंने क्या कहा।

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि जाँच एजेंसियों से डरने की बजाय, वह उन्हें अपने घर पर कार्यालय खोलने के लिए तैयार हैं।

राजद नेता ने दावा किया कि केंद्र सरकार लगातार अपने इशारे पर केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई से उनके खिलाफ कार्रवाई करवा रही है, लेकिन आज तक कुछ भी नहीं मिला है।

उन्होंने कहा, 'सीबीआई को हमारे घर में ही एक कार्यालय खोलना चाहिए। मैं उन्हें खुद जगह दूंगा।' राजद नेता ने अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के घर पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों का ज़िक्र किया। बता दें कि हाल के समय में शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस जैसे दलों के कई नेताओं के ख़िलाफ़ केंद्रीय एजेंसियाँ कार्रवाई करती रही हैं।

तेजस्वी यादव ने कहा, 'केंद्रीय एजेंसी भाजपा पार्टी के सेल की तरह काम कर रही है।' बहरहाल, उनके ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार के कई मामले हैं। अब तक सीबीआई ने राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और अन्य के ख़िलाफ़ मामले दर्ज किए हैं। राजद प्रमुख द्वारा देश के रेल मंत्री के रूप में एक कंपनी को दिए गए कथित फेवर के संबंध में ये मामले दर्ज किए गए हैं।

नीतीश कुमार ने कल शपथ लेने के बाद यह भी कहा था कि वह ईडी या केंद्रीय जांच ब्यूरो जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों से डरते नहीं हैं।

तेजस्वी ने आगे दावा किया कि बिहार बीजेपी के नेताओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी को ख़त्म करने के लिए आलाकमान द्वारा ज़िम्मेदारी दी गई थी।

तेजस्वी ने दावा किया, 'हालांकि, ये लोग शीर्ष नेतृत्व की नजर में विफल रहे हैं। उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है।'

यादव ने डिप्टी सीएम बनने के बाद बिहार के युवाओं को रोजगार देने के मुद्दे पर खुलकर बात की। उन्होंने पहले 2015 से 2017 तक बिहार के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था। उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में मुझे मंत्री और विपक्ष का नेता होने का अनुभव हुआ। उन्होंने कहा, 'तब से मैं परिपक्व हो चुका हूँ, विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया है और पिछले विधानसभा चुनावों में पार्टी का अभियान चलाया था जब मेरे पिता उपलब्ध नहीं थे। अब मेरे पास हर तरह का अनुभव है। इसलिए, विकास कार्य तेजी से होंगे।'

यह पूछे जाने पर कि इस बार गठबंधन कैसे हुआ, तेजस्वी यादव ने कहा, 'हम देख पाए कि नीतीश जी बहुत असहज थे। भाजपा उन पर थोपने की कोशिश कर रही थी। हम उनके चेहरे को पढ़ सकते थे।'

यह सब कैसे शुरू हुआ, इस पर तेजस्वी ने कहा कि यह एकाएक हुआ और यह कोई पूर्व नियोजित कदम नहीं था। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि दोनों पार्टियों के विधायक मिल चुके हैं और सभी राजनीतिक घटनाक्रम पर पैनी नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा, 'नीतीश जी ने इस्तीफा दे दिया और हमारे विधायकों को मना लिया।'

यह पूछे जाने पर कि क्या नीतीश कुमार 2024 में देश का नेतृत्व करने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में हैं, तेजस्वी ने कहा, 'उनके पास प्रशासनिक अनुभव है। अगर नरेंद्र मोदी नेतृत्व कर सकते हैं, तो नीतीश जी क्यों नहीं? कोई भी पीएम बन सकता है। अगर वह पीएम बन सकते हैं, तो कोई भी बन सकता है।'

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