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1981 में हुआ था सबसे बड़ा रेल हादसा, तब 800 यात्री मरे थे 

1981 में हुआ था सबसे बड़ा रेल हादसा, तब 800 यात्री मरे थे 

भारत में कई बड़े रेल हादसे हुए हैं। क्रोनॉलजी समझिए। उन घटनाओं को हम सत्य हिन्दी पर इसलिए बता रहे हैं कि केंद्र में कोई भी सरकार रही हो, ट्रेन, ट्रैक और यात्रियों की सुरक्षा उसका चिन्ता या प्राथमिकता का विषय नहीं रही हैं। जानिए पिछले कुछ हादसेः 

ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार की शाम बड़ा रेल हादसा हुआ जिसमें शनिवार सुबह तक 238 यात्रियों की मौत और 900 यात्रियों के घायल होने की सूचना है। भारतीय रेलवे के इतिहास में पूर्व में भी इस तरह के कई बड़े हादसे हो चुके हैं जिसके बाद रेलवे की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हुए हैं। पेश है विभिन्न वर्षों में हुए प्रमुख रेल हादसों और इससे हुई मौतों को लेकर यह जानकारी।

  • दिसंबर 1964 : पंबन-धनुस्कोडि पैसेंजर ट्रेन रामेश्वरम चक्रवात का शिकार हो गई थी, जिससे ट्रेन मे सवार 126 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई।
  • जून 1981:  आजाद भारत का सबसे बड़ा रेल हादसा बिहार में हो चुका है। बिहार में 6 जून 1981 को एक ट्रेन मानसी और सहरसा के बीच पुल पार करते समय पटरी से उतर गई थी। ट्रेन के सात डिब्बे बागमती नदी में गिर गये थे‌। इस हादसे में 800 यात्रियों की मौत हो गई थी। 

  • अगस्त 1995: दिल्ली से कानपुर के बीच चलने वाली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के पास खड़ी कालिंदी एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इस हादसे में दोनों ट्रेनों के 360 से अधिक यात्रियों की मौत हुई थी।
  • नवंबर 1998: जम्मू तवी - सियालदह एक्सप्रेस अमृतसर जाने वाली फ्रंटियर गोल्डन टेंपल मेल के साथ हादसे की शिकार हुई। पटरी टूटी होने के कारण स्वर्ण मंदिर मेल ट्रेन के तीन डब्बे पटरी से उतर गए जबकि जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन के छह डिब्बे पटरी से उतरे थे। इस रेल हादसे में 280 से अधिक यात्रियों की जान गई थी।
  • अगस्त, 1999 को गैसल ट्रेन दुर्घटना हुई थी, इस हादसे में ब्रह्मपुत्र मेल उत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिवीजन के गैसल स्टेशन पर अवध असम एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इस रेल हादसे  में 285 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और 300 से अधिक घायल हो गए। हादसे के पीड़ितों में सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे। 

  • सितंबर 2002: हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस बिहार के गया और डेहरी-ऑन-सोन स्टेशनों के बीच रफीगंज स्टेशन के पास पटरी से उतर गई थी। इसमें 130 से अधिक लोग मारे गए थे।
  • अक्टूबर 2005: आंध्र प्रदेश में वेलुगोंडा के पास एक पैसेंजर ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस रेल हादसे में करीब 77 लोग मारे गए थे।
  • मई 2010: मुंबई जा रही हावड़ा कुर्ला लोकमान्य तिलक ज्ञानेश्वरी सुपर डीलक्स एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले में खेमशौली और साडीहा के बीच पटरी से उतर गई थी। इसके बाद एक मालगाड़ी ने इसमें टक्कर मार दी थी। इस रेल हादसे में 235 यात्रियों की मौत हुई थी।

  • जुलाई 2011: फतेहपुर में एक मेल ट्रेन पटरी से उतर गई थी जिसमें करीब 70 लोगों की मौत हो गई थी और 300 से ज्यादा घायल हो गए थे।
  • नवंबर 2016: इंदौर - राजेन्द्र नगर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे उत्तर प्रदेश के पुखरायां में पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 152 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो हुए थे।
  • जनवरी 2017: जगदलपुर- भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे आंध्रप्रदेश के विजयनगर के पास पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में करीब 41 लोगों की मौत हो गई थी।
  • अक्टूबर 2018: अमृतसर में दशहरा उत्सव देखने के लिए पटरियों पर जमा भीड़ को ट्रेन के कुचल देने की घटना हुई थी। इस हादसे में कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई थी।

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