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इज़राइल हर रोज 4 घंटे के लिए युद्ध रोकने पर सहमत क्यों, जानें वजह

इज़राइल हर रोज 4 घंटे के लिए युद्ध रोकने पर सहमत क्यों, जानें वजह

ग़ज़ा में अब तक 10,800 से अधिक लोग मारे गए हैं। इज़राइली अधिकारियों के अनुसार, हमास के 7 अक्टूबर के हमले में 1400 लोग मारे गए थे। जानिए, इज़राइल अब कुछ घंटों के लिए हमले क्यों रोकना चाहता है।

इज़राइल ग़ज़ा पट्टी पर अपने हमलों को हर रोज़ चार घंटे के लिए रोकने पर सहमत हो गया है। इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह नागरिकों को लड़ाई के क्षेत्र से दूर सुरक्षित मार्ग की सुविधा देना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ़ किया कि लड़ाई पूरी तरह से नहीं रुकेगी। 7 अक्टूबर को शुरू हुए युद्ध के एक महीने बाद युद्ध रोकने की इस तरह की घोषणा की गई है। 

इस बीच ग़ज़ा के अधिकारियों ने कहा है कि इज़राइल ने शुक्रवार को कम से कम तीन अस्पतालों पर या उसके आसपास हवाई हमले किए। इस वजह से पहले से ही संकट का सामना कर रहे स्वास्थ्य सिस्टम पर और दबाव पड़ा है। हमास के ख़िलाफ़ इजराइल के हमलों में घायल लोगों से निपटने के लिए ग़ज़ा का स्वास्थ्य महकमा पहले से ही संघर्ष कर रहा है।

ग़ज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने अल जजीरा टेलीविजन को बताया कि इजराइल के कब्जे ने पिछले घंटों के दौरान कई अस्पतालों पर एक साथ हमले किए। चिकित्सा सुविधाओं में ग़ज़ा का सबसे बड़ा अस्पताल अल शिफा शामिल है। यहाँ इज़राइल ने कहा है कि हमास के पास छिपे हुए कमांड सेंटर और सुरंगें हैं, हमास इन आरोपों से इनकार करता रहा है। किद्रा ने कहा कि इज़राइल ने ग़ज़ा सिटी मेडिकल कॉम्प्लेक्स परिसर को निशाना बनाया।

इज़राइल द्वारा उत्तरी ग़ज़ा के कुछ हिस्सों में प्रतिदिन चार घंटे के लिए सैन्य अभियान रोकने के बारे में अमेरिका ने बयान जारी किया है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि सैन्य अभियान रुकने से लोगों को दो मानवीय गलियारों से भागने में मदद मिलेगी। इस मौक़े का बंधकों की रिहाई के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। 

हालाँकि, इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फॉक्स न्यूज चैनल पर कहा, 'हमास आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई जारी है, लेकिन कुछ घंटों की निश्चित अवधि के लिए खास स्थानों पर...  हम लड़ाई वाले क्षेत्र से नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालना चाहते हैं और हम ऐसा कर रहे हैं।' 

'फिलिस्तीनियों का विस्थापन इरादा नहीं'

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इज़राइल हमास के खिलाफ युद्ध में फिलिस्तीनियों को विस्थापित करने की कोशिश नहीं कर रहा है। उनकी यह टिप्पणी तब आई है जब क्षेत्रीय नेताओं ने आशंका जताई है कि यह यरूशलेम का छुपा हुआ इरादा है।

फॉक्स न्यूज से बात करते हुए नेतन्याहू ने कहा, 'हम किसी को विस्थापित नहीं करना चाहते हैं। हम जो करने की कोशिश कर रहे हैं वह है ग़ज़ा पट्टी के उत्तरी हिस्से में ग़ज़ावासियों को एक से चार मील दक्षिण में ले जाना है। जहां हमने एक सुरक्षित क्षेत्र स्थापित किया है। हम फील्ड अस्पताल देखना चाहते हैं। हम वहां जाने के लिए मानवीय सहायता को प्रोत्साहित कर रहे हैं। इस तरह हम यह युद्ध लड़ रहे हैं।'

उन्होंने कहा कि 'हमें जो देखना है वह है ग़ज़ा को विसैन्यीकृत, कट्टरपंथ से मुक्ति और पुनर्निर्माण। यह सब हासिल किया जा सकता है। हम ग़ज़ा को जीतना नहीं चाहते हैं। हम ग़ज़ा पर कब्जा नहीं करना चाहते हैं। और हम ग़ज़ा पर शासन करना नहीं चाहते हैं। निकट भविष्य में हमारे पास एक विश्वसनीय बल होना चाहिए जो यदि आवश्यक हो, तो ग़ज़ा में प्रवेश करेगा और हत्यारों को मार डालेगा। मैं जो देखने की उम्मीद करता हूं वह ग़ज़ावासियों के लिए एक पुनर्निर्मित ग़ज़ा है।' 

बता दें कि हमास द्वारा संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ग़ज़ा में अब तक 10,800 से अधिक लोग मारे गए हैं। इज़राइली अधिकारियों के अनुसार, हमास के 7 अक्टूबर के हमले में 1400 लोग मारे गए थे। उन्होंने कहा है कि आतंकवादियों ने अभी भी 239 लोगों को बंधक बना रखा है, जिनमें बच्चे और बूढ़े भी शामिल हैं। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि बंधक बनाए गए लोगों में क़रीब 10 अमेरिकी नागरिक हैं।

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