कर्नाटक में शुक्रवार सुबह उस समय दहशत फैल गयी जब एक के बाक एक 44 स्कूलों में बम की धमकी दी गई। सभी स्कूलों को ईमेल से धमकी दी गई। हज़ारों छात्रों और अन्य स्टाफ को वहाँ से निकाला गया। बम निरोधी दस्तों को लगाया गया। हालाँकि बाद में पुलिस ने कहा कि बम की धमकी अफवाह लगती है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि बेंगलुरु के कई स्कूलों को शुक्रवार सुबह ईमेल के माध्यम से बम की धमकियां मिलीं। जिससे छात्रों, अभिभावकों और स्कूल अधिकारियों में दहशत फैल गई। शुरुआत में ख़बर आई कि ईमेल से बसवेश्वर नगर में नेपेल और विद्याशिल्पा सहित सात स्कूलों को निशाना बनाया। जिन स्कूलों को ईमेल से धमकी दी गई उनमें से एक कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के आवास के सामने है। डीके शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं टीवी देख रहा था, मेरे घर के सामने वाले स्कूल को भी एक धमकी भरा मेल मिला। मैं यहां जांच करने आया था।'
कुछ ही समय बाद कई और शैक्षणिक संस्थानों को ईमेल के जरिए इसी तरह की धमकियां मिलीं। बेंगलुरु पुलिस ने सुरक्षा एहतियात के तौर पर स्कूलों से छात्रों और कर्मचारियों को बाहर निकाल लिया।
हालाँकि बाद में बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने इस धमकी को अफवाह बताया है। अधिकारी ने कहा, 'बेंगलुरु शहर के कुछ स्कूलों को आज सुबह बम की धमकी का संकेत देने वाले ईमेल मिले हैं। सत्यापन और पता लगाने के लिए तोड़फोड़ रोधी और बम खोजी दस्तों को लगाया गया है। ये कॉल फर्जी लगती हैं। फिर भी दोषियों का पता लगाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।'
इस संकेत के बावजूद कि बम की धमकी अफवाह हो सकती है, पुलिस बम निरोधक दस्तों की मदद से परिसर की गहन तलाशी ले रही है। उन्होंने अभी तक किसी भी स्कूल में बम होने की पुष्टि नहीं की है।
पिछले साल भी बेंगलुरु के कई निजी स्कूलों को इसी तरह की ईमेल धमकियाँ मिली थीं, लेकिन वे सभी अफवाहें निकली थीं।
पुलिस सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि ईमेल की धमकियाँ 2022 में कई स्कूलों में मिली धमकियों के समान हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को प्राप्त ईमेल मूल आईपी एड्रेल को छिपाकर विभिन्न पतों से भेजे गए थे। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एनईईवी स्कूल की ओर से अभिभावकों को शुक्रवार सुबह भेजे गए एक संदेश में कहा गया, 'आज हम स्कूल में एक अप्रत्याशित स्थिति का सामना कर रहे हैं। स्कूल को अज्ञात स्रोतों से सुरक्षा संबंधी ख़तरा मिला है। चूँकि हम अपने बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं, इसलिए हमने छात्रों को तुरंत घर भेजने का फ़ैसला किया।'
8 अप्रैल, 2022 को बेंगलुरु के 16 स्कूलों को सुबह 11 बजे से दोपहर 2.30 बजे के बीच बम की धमकी वाले ईमेल मिले थे। ईमेल में लिखा था: 'आपके स्कूल में एक बहुत शक्तिशाली बम लगाया गया है, ध्यान दें यह कोई मज़ाक नहीं है, आपके स्कूल में एक बहुत शक्तिशाली बम लगाया गया है, तुरंत पुलिस और सैपर्स को बुलाएँ, सैकड़ों लोगों की जान जा सकती है।' 2022 में पुलिस ने साइबर आतंकवाद के आरोप के तहत मामला दर्ज किया और जांच से पता चला कि धमकियों के लिए इस्तेमाल की गई ईमेल आईडी के पीछे तमिलनाडु का एक नाबालिग था।