बंगाल हिंसा: पीड़ितों से मिलीं ममता, बड़ी साज़िश का लगाया आरोप
बीरभूमि जिले के रामपुरहाट कस्बे के बोगतुई गांव में हुई हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को गांव में पहुंचीं। ममता ने यहां बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि वह भरोसा नहीं कर सकतीं कि आधुनिक बंगाल में इस तरह की बर्बरता हो सकती है। उन्होंने कहा कि इस घटना में मां और बच्चों की भी हत्या की गई है।
इस मौके पर मारे गए लोगों के परिजन और गांव वाले ममता बनर्जी से मिलने आए। ममता ने आरोप लगाया कि इसके पीछे कोई बड़ी साज़िश हो सकती है। उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई करने और सभी एंगल से घटना की जांच करने को कहा।
लोगों के यह कहने पर कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया, ममता बनर्जी ने एक बड़े पुलिस अफसर को बुलाया और कहा कि वह किसी तरह का कोई बहाना नहीं सुनना चाहतीं। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों को सजा होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गवाहों को पुलिस सुरक्षा दी जानी चाहिए और जिन लोगों के घर जल गए हैं उन्हें 2 लाख रुपए दिए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को सहायता राशि के चेक दिए और नौकरी देने का भी वादा किया।
इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक जबरदस्त राजनीतिक प्रतिक्रिया हुई है और बीजेपी और कांग्रेस ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
कोलकाता हाई कोर्ट ने भी मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार से कहा है कि वह गवाहों को सुरक्षा दे और इलाके में सीसीटीवी लगवाए।
उधर, टीएमसी के दो और नेताओं पर हमले किए गए हैं। हुगली में टीएमसी की पार्षद रूपा सरकार को कार ने कुचल दिया और उन्हें अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती कराया गया है। इसी तरह नदिया में टीएमसी के एक नेता सहदेव मंडल पर हमला हुआ है।
सीबीआई जांच की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और कहा है कि राज्य सरकार यह अपराध करने वाले वालों को जरूर सख्त से सख्त सजा देगी। बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में इलाक़े का दौरा किया है और सीबीआई जांच की मांग की है।
क्या हुआ था?
मंगलवार को भीड़ ने रामपुरहाट कस्बे के बोगतुई गांव में बम फेंके थे जिसमें 10 घर जलकर खाक हो गए थे। कहा जा रहा है कि भीड़ ने यह बम टीएमसी के नेता भादु शेख की हत्या का बदला लेने के लिए फेंके थे। भादु शेख का शव सोमवार को मिला था।
चौधरी ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र
कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए। बीजेपी ने भी इसी तरह की मांग की थी। चौधरी ने अपने पत्र में कहा है कि बंगाल में कानून और व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और पिछले 1 महीने में 26 राजनीतिक हत्याएं हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि पूरा राज्य डर और हिंसा की चपेट में है और वह इस मामले को संसद में भी उठा चुके हैं।