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बांग्लादेश सेना के शीर्ष पदों पर फेरबदल, पूर्व मंत्री हिरासत में, संसद भंग

बांग्लादेश सेना के शीर्ष पदों पर फेरबदल, पूर्व मंत्री हिरासत में, संसद भंग

बांग्लादेश में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से घट रहा है। जानिए, संसद भंग करने के प्रदर्शनकारियों की चेतावनी के बाद क्या निर्णय लिया गया और बांग्लादेश में क्या हालात हैं।

प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना द्वारा इस्तीफा देने और देश छोड़कर भागने के एक दिन बाद बांग्लादेश ने मंगलवार को सेना में शीर्ष पदों पर बड़ा फेरबदल किया है। इस बीच बांग्लादेश की संसद मंगलवार को भंग कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को ही दोपहर तक इसको भंग करने की चेतावनी दी थी। अब नयी अंतरिम सरकार का गठन किए जाने की तैयारी चल रही है। इधर, बांग्लादेश के पूर्व आईटी मंत्री जुनैद अहमद पलक को हिरासत में लिया गया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को बंगभवन में भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के प्रमुख समन्वयकों से मुलाकात की और मौजूदा स्थिति तथा अंतरिम सरकार के स्वरूप पर चर्चा की।

संसद के कार्यालय ने कहा है कि मंगलवार को बांग्लादेश की संसद भंग कर दी गई है। विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्र समन्वयकों ने मंगलवार दोपहर 3 बजे तक संसद भंग करने की मांग की थी, ताकि जल्द से जल्द एक नई अंतरिम सरकार का गठन किया जा सके। विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्र समन्वयकों ने चेतावनी दी है और 'क्रांतिकारी छात्रों को तैयार रहने के लिए कहा है।

इस बीच पूर्व दूरसंचार और आईसीटी राज्य मंत्री जुनैद अहमद पलक को हवाई अड्डे के अधिकारियों ने हिरासत में लिया। प्रोथोम अलो की रिपोर्ट के अनुसार पूर्व मंत्री अपने दो सहयोगियों के साथ बुधवार को दोपहर करीब 3:00 बजे हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। उन्हें विमान में चढ़ने से रोक दिया गया और आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

इस बीच, ब्रिटिश सरकार ने बांग्लादेश में पिछले कुछ हफ्तों की हिंसक घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में जांच की मांग की है। अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना कथित तौर पर ब्रिटेन में शरण मांगने से पहले फिलहाल भारत भाग गईं। 

इस बीच हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 400 से ज़्यादा हो गई है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, शेख हसीना के देश छोड़कर भाग जाने के बाद 100 और मौतों की सूचना के साथ बांग्लादेश में मंगलवार को मरने वालों की संख्या 440 हो गई। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सेना द्वारा प्रयास जारी हैं। मंगलवार को सामान्य स्थिति की ओर लौटने के संकेत मिले। एक वेबसाइट के अनुसार विवादास्पद नौकरी कोटा प्रणाली को लेकर हसीना के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के कारण लंबे समय तक बंद रहने के बाद स्कूल फिर से खुल गए हैं।

बता दें कि बांग्लादेश में पहले नौकरियों में आरक्षण को लेकर शुरू हुए विरोध प्रदर्शन और फिर शेख हसीना के इस्तीफ़े की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर हुए आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर भाग गईं। बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने सरकारी टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम एक प्रसारण में कहा कि हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और सेना एक कार्यवाहक सरकार बनाएगी।

भारत में उनके आने से और बांग्लादेश के मौजूदा हालात की वजह से भी भारतीय सुरक्षा तंत्र में बहुत ज़्यादा हलचल है। सोमवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और बड़े अफ़सरों ने भाग लिया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री मोदी को बांग्लादेश के हालात के बारे में जानकारी दी। 

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