रिपोर्टिंग के लिए पत्रकार को सैनिटाइज़र से जला डाला: यूपी पुलिस
पिछले हफ़्ते उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में जिस पत्रकार की मौत हुई थी उसकी हत्या उसकी रिपोर्टिंग के लिए की गई थी। ऐसा पुलिस ने दावा किया है। मरने से पहले उस पत्रकार का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वह कह रहे हैं कि 'सही रिपोर्टिंग करने की क़ीमत चुकानी पड़ी है'। पत्रकार के साथ ही उसके साथी की भी हत्या की गई थी। इस मामले में पुलिस ने गाँव के प्रधान के बेटे सहित तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया है।
बलरामपुर पुलिस का कहना है कि घटना पिछले हफ़्ते शुक्रवार को हुई थी। पुलिस ने कहा है कि 3 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर इस मामले की पूरी जानकारी दी है।
मृतक पत्रकार राकेश सिंह के प्रकरण में 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। @dgpup @Uppolice @AdgGkr @digdevipatan @AwasthiAwanishK @PrashantK_IPS90 pic.twitter.com/j7dhT8NFpg
— BALRAMPUR POLICE (@balrampurpolice) November 30, 2020
पुलिस के अनुसार, लखनऊ के क्षेत्रीय अख़बार 'राष्ट्रीय स्वरूप' के लिए काम करने वाले राकेश सिंह निर्भीक बलरामपुर ज़िले के एक गाँव में अपने घर में गंभीर रूप से घायल पाए गए थे। उनके साथ उनके साथी पिंटू साहू मृत पाए गए थे। निर्भीक को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। दोनों आग में झुलसे हुए थे।
'एनडीटीवी' की रिपोर्ट के अनुसार, गंभीर रूप से झुलसे निर्भीक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मौत से पहले निर्भीक ने अस्पताल अधिकारियों को बताया था कि स्थानीय ग्राम प्रधान और उनके बेटे के कथित भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ वह लगातार लिख रहे थे। क़रीब ढाई मिनट के वीडियो में उनको यह कहते सुना जा सकता है कि कैसे 'सही रिपोर्टिंग करने की उनको क़ीमत चुकानी पड़ी'।
पुलिस ने कहा, 'कहा जा रहा है कि घटना को अंजाम देने में बम का प्रयोग किया गया, विस्फोटक पदार्थों का प्रयोग किया गया। लेकिन घटनास्थल का हमलोंगों ने बारीकी से निरीक्षण किया है और उस घटनास्थल पर ब्लास्ट के कोई भी चिन्ह नहीं मिले हैं। सबसे पहली चीज तो यह है कि घर में रखा गैस चूल्हा इन्टैक्ट है...।' पुलिस ने आगे कहा कि कोई ब्लास्ट नहीं हुआ था, घटना जो थी उसमें आगजनी की गई है।
'धोखे से शराब पिलाकर मारा गया'
पुलिस ने कहा, 'धोखा देकर उनलोगों को पहले शराब पिलाकर बेसुध किया गया और उसके बाद धोखाधड़ी से आगजनी करके और घटना को दुर्घटना का रूप देने का प्रयास करते हुए यह काम किया गया।' पुलिस के अनुसार आग लगाने के लिए सैनिटाइज़र का प्रयोग किया गया।
पुलिस ने बताया कि अकरम अली उर्फ अब्दुल कादिर, ललित मिश्रा और केशवानन्द मिश्रा उर्फ रिंकू मिश्रा को देहात क्षेत्र के बहादुरपुर क्रॉसिंग के आगे जंगल से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपियों ने पत्रकार राकेश सिंह और उनके मित्र पिंटू साहू की जला कर हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है। रिंकू मिश्रा प्रधान का बेटा है। दूसरे आरोपी अकरम पर हत्या के आरोप सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। ललित मिश्रा रिंकू का साथी है। पुलिस का दावा है कि हत्या के पीछे दो वजहें थीं, ख़बरें लिखने और रुपयों के लेन-देन को लेकर हत्या की गई थी।
पुलिस ने कहा है कि और लोगों के नाम आ रहे हैं और जाँच के बाद उनके ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की जाएगी।