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बजरंग दल ने फूंका सेंटा क्लॉज का पुतला, क्रिसमस का कार्यक्रम रोका

बजरंग दल ने फूंका सेंटा क्लॉज का पुतला, क्रिसमस का कार्यक्रम रोका

बजरंग दल के नेताओं का कहना है कि हर साल दिसंबर आने पर ईसाई मिशनरियां सक्रिय हो जाती हैं। 

क्रिसमस के मौक़े पर जब पूरा देश पूरी दुनिया इस त्यौहार को मना रही है, वहीं दक्षिणपंथी विचारधारा वाले संगठन बजरंग दल ने आगरा में सैंटा क्लॉज का पुतला फूंक दिया। बड़ी संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने इस दौरान सैंटा क्लॉज मुर्दाबाद के नारे भी लगाए और फिर इसके पुतले को आग के हवाले कर दिया। 

दक्षिणपंथी संगठन हर साल क्रिसमस का विरोध करते हैं।

बजरंग दल के नेताओं का कहना है कि हर साल दिसंबर आने पर ईसाई मिशनरियां सक्रिय हो जाती हैं। उनका कहना था कि कभी सैंटा क्लॉज तो कभी क्रिसमस के नाम पर ये लोग बच्चों को बहलाते-फुसलाते हैं और उन्हें ईसाईयत की ओर धकेलने का प्रयास करते हैं। 

उनका कहना था कि सैंटा क्लॉज कोई तोहफा लेकर नहीं आता है बल्कि यह धर्मांतरण कराने आता है। उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय को भी सावधान रहना चाहिए। 

बजरंग दल के नेताओं का कहना था कि देश में हिंदुत्व चलेगा न कि ईसाईयत। वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे भी लगाए। 

हिंदू त्यौहार मनाने को कहा 

इसके अलावा कर्नाटक के मांडया जिले के एक स्कूल में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने क्रिसमस के मौक़े पर हो रहे कार्यक्रमों को रोक दिया। हिंदू संगठनों के लोग निर्मला इंग्लिश हाई स्कूल एंड कॉलेज में घुस गए और स्कूल के प्रबंधन से पूछा कि वे लोग हिंदू त्यौहारों को क्यों नहीं मनाते हैं। 

हिंदू संगठनों के लोगों ने स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों को धमकी भी दी। स्कूल प्रबंधन इस बारे में पुलिस में शिकायत देने जा रहा है। 

स्कूल की टीचर ने एनडीटीवी को बताया कि हिंदू संगठनों के लोगों ने कहा कि वे स्कूल में सरस्वती की फ़ोटो लगाएंगे और हमें आदेश दिया कि स्कूल में गणेश चतुर्थी मनाएं। उन्होंने हम पर धर्मांतरण करने का आरोप भी लगाया। 

महीने भर के अंदर दक्षिणपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक में कई बार चर्च पर हमला करने से लेकर, पादरी का पीछा करने और ईसाईयों की धार्मिक किताबों में आग लगाने के काम किए हैं। 

इसके अलावा हरियाणा और मध्य प्रदेश तक, इन संगठनों से जुड़े लोग बवाल कर रहे हैं। 

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