बाबरी मसजिद के मुद्दई इक़बाल अंसारी पर होगा राजद्रोह का मुक़दमा?
क्या रामजन्म भूमि - बाबरी मसजिद मामले में बाबरी मसजिद की ओर से मुख्य मुद्दई इक़बाल अंसारी पर राजद्रोह का मामला चलाने की तैयारी की जा रही है और यह ऐसे समय हो रहा है जब मामले की सुनवाई अदालत में रोज़ाना हो रही है क्या यह अंसारी पर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है ताकि वह मजबूती से अपना पक्ष न रख सकें
ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि यह कहा जाने लगा है कि इक़बाल अंसारी को लपेटने की कोशिशें की जा रही हैं। इसे इस तरह समझा जा सकता है कि अंतरराष्ट्रीय शूटर वर्तिका सिंह अंसारी के ख़िलाफ़ कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए मैदान में आ गई हैं। हाल ही में 3 सितंबर को उनके व अंसारी के बीच हुए विवाद में वर्तिका को पुलिस कस्टडी में 4 घंटे तक रखा गया था।
वर्तिका का आरोप है कि अंसारी की झूठी रिपोर्ट पर उनको उत्पीड़न का दंश झेलना पड़ा और उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने क़ोई एक्शन नही लिया। अब वर्तिका ने इन्हीं मुद्दों पर अयोध्या के द्वितीय न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में अंसारी के ख़िलाफ़ धारा 156/3 के तहत केस दर्ज करने के लिए याचिका दायर की है।
इस केस की अगली सुनवाई 16 सितंबर को होगी। वर्तिका ने अंसारी पर देश के ख़िलाफ़ बयान देने के साथ प्रधानमंत्री और मुख्य मंत्री के साथ अदालत को भी चुनौती देकर देश का अपमान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इकबाल अंसारी पर राजद्रोह का मुकदमा चलाने की माँग की है।
अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज वर्तिका की याचिका पर पैरवी हाईकोर्ट की वकील संगीता सिंह कर रही हैं। एडवोकेट सिंह ने कहा कि घटना वाले दिन अंसारी ने ही वर्तिका के साथ हमलावर होकर बुरा भला कहा था, साथ ही फ़र्जी बयान देकर उसका पुलिस से उत्पीड़न करवाया। वह 4 घंटे तक पुलिस कस्टडी में उत्पीड़न सहती रहीं। उन्होंने वर्तिका की सुरक्षा की व्यवस्था करने की भी माँग की है।ं
वर्तिका का आरोप है कि इक़बाल अंसारी मीडिया के सामने कुछ बयान देते हैं, बाद में अलग देश के खिलाफ बोलते हैं। इनके क्रिया-कलापों की गहराई से जाँच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुझ पर झूठा आरोप लगाया कि मैने उन पर हमला किया, जबकि मेरे पास कोई असलहा था ना ही चाकू। एक महिला उनके सुरक्षा गार्ड के रहते कैसे हमला कर सकती है उन दिन की सच्चाई की भी निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए। मेरे ख़िलाफ़ साजिश रच कर मुझे प्रताड़ित किया गया है।'
इक़बाल अंसारी ने वर्तिका के आरोप को निराधार बताया है। अंसारी ने कहा :
“
मैंने कभी भी देश, पीएम मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ बयान नहीं दिया। मैंने इसके उलट इनके काम की तारीफ़ ही की है। इसके लिए मेरे पुराने रिकॉर्ड देखे जा सकते हैं। मैंने बार-बार कोर्ट का सम्मान करते हुए कहा है कि कोर्ट या सरकार का जो भी फ़ैसला मंदिर-मसजिद केस में आएगा, हम उसे मानेंगे।
इक़बाल अंसारी, मुद्दई, बाबरी मसजिद
वर्तिका के आरोपों में कितना दम है और क्या प्रशासन वाकई अंसारी पर राजद्रोह का मुक़दमा चलाएगा, इसका पता तो बाद में चलेगा। पर यह साफ़ है कि अंसारी पर दबाव बनाने की कोशिशें की जा रही हैं। पहले उन पर हमला हुआ और अब उन्हें ही अभियुक्त बनाने की कोशिश की जा रही है। कोशिश यह है कि उन पर राजद्रोह का मामला चला कर उन्हें किसी तरह दबाव में रखा जाए। ऐसे में यह संदेह होना स्वाभाविक है कि क्या यह इसलिए किया जा रहा है ताकि वह रामजन्मभूमि मंदिर-बाबरी मसजिद मामले की सुनवाई के दौरान अपनी बात मजबूती से न रख सकें।