+
राम मंदिर निर्माण: भूमि पूजन में 200 लोग आमंत्रित तो प्रसाद के 1 लाख पैकेट क्यों?

राम मंदिर निर्माण: भूमि पूजन में 200 लोग आमंत्रित तो प्रसाद के 1 लाख पैकेट क्यों?

राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में कोरोना संकट की वजह से 200 से ज़्यादा लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया है। लेकिन इस बीच ज़िला प्रशासन ने कहा है कि उसने प्रसाद के 1 लाख पैकेट की व्यवस्था की है। 

5 अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन के जिस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे उसमें कोरोना संकट की वजह से 200 से ज़्यादा लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया है। लेकिन इस बीच ज़िला प्रशासन ने कहा है कि उसने प्रसाद के 1 लाख पैकेट की व्यवस्था की है। हालाँकि ज़िला प्रशासन ने यह नहीं बताया है कि कार्यक्रम में कितने लोग आने वाले हैं या फिर इतने पैकेट क्यों बनाए गए हैं। 

अयोध्या में ही कोरोना को लेकर स्थिति गंभीर इसलिए भी हो गई है कि मंदिर के एक पुजारी और सुरक्षा में तैनात 16 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अयोध्या में रोज़ाना औसत रूप से 50 से ज़्यादा केस बढ़ रहे हैं। अब तक क़रीब एक हज़ार कोरोना संक्रमण के मामले आ चुके हैं।

इसके बावजूद पूरा प्रशासन अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ की तरह माहौल बनाने के लिए तैयारियों में जुटा है। इसकी तैयारियों का जायजा लेने आए ख़ुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के भूमि पूजन की शुभघड़ी पर दीवाली जैसा उत्सव मनाने की अपील संतों से की है। इसके बाद से योगी सरकार और सरकारी मशीनरी कार्यक्रम को जलसे के रूप में मनाने की तैयारी में है। जिस तरह से उत्सव मनाने की तैयारी चल रही है उससे नहीं लगता कि कोरोना महामारी की गाइड लाइंस का कड़ाई से पालन हो सकेगा। हालाँकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व ज़िलाधिकारी एके झा ने सारे कार्यक्रम कोरोना गाइडलाइंस के मुताबिक़ ही सम्पन्न करवाने की बात कही है। 

जिस तरह से कार्यक्रमों को लेकर लोगों में उत्साह भरा गया है उससे बड़ी संख्या में लोग अपने इलाक़े के मंदिरों की मिट्टी व नदियों के जल अयोध्या पहुँचाने के लिए तैयार हैं। जबकि हज़ारों की संख्या में मिट्टी व जल के पैकेट स्पीड पोस्ट के ज़रिए भी भेजे जा रहे हैं। 

अब ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को भी लग रहा है कि घर पर रह कर लाइव कार्यक्रम देखने की उनकी अपील की परवाह न करके भी कारसेवक 5 अगस्त के पहले ही अयोध्या पहुँच सकते हैं।

ऐसे में बुधवार को उन्होंने अपील जारी करते हुए दोहराया कि लाखों श्रद्धालुओं को मंदिर के शुभारंभ अवसर पर बुलाने की इच्छा रखने के बाद भी कोरोना महामारी के चलते लोगों को आने से रोका जा रहा है। चंपत राय ने विकल्प भी बताया कि जैसे ही महामारी का संकट ख़त्म होगा उपयुक्त समय पर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इसमें राममंदिर के आंदोलन में सहयोग करने वाले सभी लोगों को आने का अवसर दिया जाएगा।

कोरोना संकट को लेकर ही सूचना निदेशालय ने राम जन्म भूमि परिसर में लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए केवल दूरदर्शन व एएनआई को उस कार्यक्रम को कवर करने की अनुमति दी है। हालाँकि सारे अधिकृत पत्रकारों को अयोध्या कवरेज के लिए आने की छूट है। 

ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक़ राम जन्म भूमि परिसर में राम मंदिर के गर्भगृह में पीएम के भूमि पूजन कार्यक्रम में 200 से ज़्यादा लोगों को नहीं बुलाया गया है। कोरोना के गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन हो इसीलिए ट्रस्ट के सदस्यों के अलावा मंदिर आंदोलन से जुड़े प्रमुख लोगों व चुने हुए प्रमुख संतों को ही इस कार्यक्रम में बुलाया गया है। 

जलेंगे डेढ़ लाख दीप, दो दिन मनेगी दिवाली! 

अभी ज़िला प्रशासन के पास प्रधानमंत्री का शेड्यूल नहीं आया है फिर भी जिस तरह से तैयारी की जा रही है उससे लगता है कि वह हनुमानगढ़ी में माथा टेकेंगे। वह राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में पौधरोपण भी करेंगे। श्री राम जन्म भूमि स्थल पर उत्तम रंगोली बनेगी। श्री राम जन्म भूमि के अंदर 4 अगस्त को भी दीपदान कार्यक्रम करवाया जाएगा। कार्यक्रम के दिन अयोध्या शहर में तथा सम्पर्क मार्गों पर डेढ़ लाख दिए जलाने की व्यवस्था की जा रही है। 

डीएम एके झा के मुताबिक़ सभी तैयारी 1 अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी। प्रधानमंत्री साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बने हेलीपैड पर उतरेंगे। वहां से हनुमानगढ़ी तक की सड़क को चमकाया जा रहा है। इस मार्ग में रेलिंग व बैरिकेडिंग के निर्माण का किया जा रहा है। नगर निगम संपूर्ण मार्ग पर दोनों तरफ़ के भवनों कों पीले रंग से पुताई का कार्य करवा रहा है। प्रधानमंत्री जिस रास्ते से जाएँगे उसे फूलों से सजाया जाएगा। इसके साथ दोनों तरफ़ पेंटिंग से राम कथा से जुड़े चित्रों को उकेरा जा रहा है।

 - Satya Hindi

सड़कों किनारे पेंटिंग से राम कथा से जुड़े चित्रों को उकेरा जा रहा है।

20 स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम

विभिन्न मंदिरों की लाइटिंग होगी व 20 जगहों पर भूमि पूजन कार्यक्रम का एलईडी स्क्रीन पर लाइव प्रसारण की व्यवस्था की जा रही है। अयोध्या शोध संस्थान 20 स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करेगा। सभी मंदिरों में कीर्तन व अखंड रामायण का पाठ होगा।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

राम जन्मभूमि परिसर में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर वाटरप्रूफ़ पंडाल तैयार किया जा रहा है। एसएसपी दीपक कुमार ने बुधवार को आतंकी इनपुट की ख़बर के बाद राम जन्मभूमि परिसर का निरीक्षण किया। ख़ास तौर पर उन रास्तों पर जहाँ से प्रधानमंत्री मोदी राम जन्मभूमि परिसर में जाकर राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ करेंगे वहाँ विशेष चौकसी रहेगी। कार्यक्रम स्थल के सुरक्षा प्रभारी एसपी सिटी विजयपाल सिंह ने बताया कि वीवीआईपी सुरक्षा प्लान के तहत फ्लीट चलेगी साथ ही उसी मानक पर सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। एसपीजी सुरक्षा टीम कार्यक्रम के दो दिन पहले पहुँच कर पूरी व्यवस्था को परखेगी। संभावना है कि प्रधानमंत्री हनुमानगढ़ी दर्शन के साथ ही सरयू नदी को प्रणाम करने व मंदिर कार्यशाला में तराशे गए पत्थरों को भी देखने जा सकते हैं, इसी को ध्यान में रखकर सुरक्षा का दायरा बढ़ा कर 7 ज़ोन में कर दिया गया है।

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें