दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा पर जो भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे उस मामले में अब सरमा ने सिसोदिया पर मानहानि का मुक़दमा किया है। सरमा की पत्नी रिंकी भुइयां सरमा पहले ही सिसोदिया के ख़िलाफ़ 100 करोड़ के मानहानि का मुक़दमा दायर कर चुकी हैं।
सरमा ने मनीष सिसोदिया के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि बिना सबूत भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने से उनकी मानहानि हुई है। सिसोदिया ने पिछले महीने ही हिमंत बिस्व सरमा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। केंद्रीय एजेंसी ईडी द्वारा दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद उन्होंने यह आरोप लगाया। उन्होंने सवाल किया था कि बीजेपी असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा की पत्नी की कंपनी से जुड़े कथित भ्रष्टाचार पर चुप क्यों है।
सिसोदिया ने तब आरोप लगाया था कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने अपनी पत्नी से जुड़ी एक कंपनी को कोविड पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट यानी पीपीई किट का ठेका दिया और उसके लिए काफी अधिक भुगतान किया।
सिसोदिया ने दावा किया था, 'हिमंत बिस्व सरमा ने अपनी पत्नी की कंपनी को ठेका दिया। उन्होंने पीपीई किट के लिए 990 रुपये का भुगतान किया, जबकि उसी दिन एक अन्य कंपनी से 600 रुपये में खरीदा गया था। यह एक बहुत बड़ा अपराध है।' सिसोदिया ने दावा किया था कि यह साबित करने के लिए उनके पास दस्तावेज हैं।
उन्होंने कहा था कि इस तरह से ठेका देना अपराध है, जबकि कंपनी ने पीपीई किट की आपूर्ति नहीं की। उन्होंने पूछा, 'अगला ठेका 1680 रुपये में दिया गया। क्या बीजेपी बता सकती है कि यह भ्रष्टाचार है या नहीं? बीजेपी इस भ्रष्टाचार पर चुप क्यों है?'
तब सिसोदिया के आरोपों को हिमंत बिस्व सरमा ने खारिज कर दिया था। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'ऐसे समय में जब पूरा देश 100 से अधिक वर्षों में सबसे भीषण महामारी का सामना कर रहा था, असम के पास शायद ही कोई पीपीई किट थी। मेरी पत्नी ने आगे आने और जीवन बचाने के लिए सरकार को लगभग 1500 किट मुफ्त दान करने का साहस किया। उन्होंने एक पैसा भी नहीं लिया।'