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झारखंड में ऑपरेशन लोटस क्या असम के सीएम सरमा चला रहे हैं?

झारखंड में ऑपरेशन लोटस क्या असम के सीएम सरमा चला रहे हैं?

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का नाम झारखंड सरकार को कथित तौर पर गिराने के मामले में आया है। झारखंड के एक कांग्रेस विधायक ने सरकार को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि उन्हें सरमा से मिलवाने, दस करोड़ रुपये के साथ मंत्री पद देने का ऑफर आया है। जानिए क्या है पूरा मामला। 

क्या झारखंड सरकार को गिराने के पीछे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा लगे हुए हैं और वही असम से ऑपरेशन लोटस चला रहे हैं। झारखंड के कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह (अनूप सिंह) ने अपने शिकायत पत्र में यह आरोप लगाया है। पश्चिम बंगाल में जिन तीन कांग्रेस विधायकों से कैश बरामद हुआ और जिन्हें अब कांग्रेस ने निकाल दिया है, उन्होंने कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह से संपर्क किया था। जिनसे कैश बरामद हुआ उन तीनों कांग्रेस विधायकों पर राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग का भी आरोप लग चुका है।

कुमार जयमंगल सिंह झारखंड में बेरमो से विधायक हैं। उन्होंने सरकार को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि तीनों विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल ने उन्हें फोन करके कोलकाता आने को कहा। तीनों विधायकों ने उनसे यह भी कहा कि वहां से सब लोग गुवाहाटी में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से मिलने जाएंगे। वो उनकी मुलाकात सरमा से करा देंगे।

विधायक जयमंगल सिंह ने पत्र में आरोप लगाया है कि उन्हें आश्वासन दिया गया कि जितने भी विधायक टूटकर आएंगे, उन्हें मंत्री बनाया जाएगा और हर विधायक को दस करोड़ रुपये भी मिलेंगे। ये नई सरकार झारखंड की मौजूदा सरकार को गिराने के बाद बीजेपी की मदद से बनाई जाएगी। विधायक ने कहा कि उन तीनों ने उनसे कहा कि असम के सीएम को दिल्ली के कुछ बड़े नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है, जिस वजह से मौजूदा झारखंड सरकार को गिराया जाना है।

 - Satya Hindi

विधायक कुमार जयमंगल सिंह (अनूप सिंह), बेरमो, झारखंड

अनूप सिंह के नाम से भी मशहूर इस कांग्रेस विधायक ने अपने पत्र में कहा कि वो भ्रष्टाचार के इस दलदल में नहीं फंसना चाहते हैं। इसलिए सरकार को डीसी के जरिए सूचित कर रहे हैं। ताकि ऐसा करप्शन करने वालों पर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने मांग की है कि तीनों विधायक इस समय कोलकाता में काफी बड़ी रकम के साथ मौजूद हैं। इसलिए इन पर फौरन कार्रवाई की जाए।

बता दें कि झारखंड के  तीन कांग्रेस विधायक, इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग -16 पर एक एसयूवी में यात्रा कर रहे थे। तभी बंगाल पुलिस ने उनके वाहन को रोक दिया था। एक टोयोटा फॉर्च्यूनर एसयूवी पर 'जामताड़ा विधायक' लिखा हुआ एक बोर्ड था। वो गाड़ी विधायक इरफान अंसारी की है। इरफान अंसारी जामताड़ा से विधायक हैं, जबकि कच्छप रांची जिले के खिजरी से विधायक हैं और कोंगारी सिमडेगा जिले के कोलेबिरा से विधायक हैं। 

कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने शनिवार को कहा था कि 'सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में एक राज्य के मुख्यमंत्री खुद माननीय विधायकों से सीधा संपर्क कर रहे हैं। केंद्र के मंत्री उन्हें आतंकित और धमकाने का प्रयास कर रहे हैं।' उन्होंने महाराष्ट्र का ज़िक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से वहाँ ईडी का दुरुपयोग करते हुए सरकार को बदला गया उसी तरह से छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे राज्यों में प्रयास किया जा रहा है। 

क़रीब हफ़्ते भर पहले ही कांग्रेस ने आशंका जताई थी कि झारखंड में ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत बीजेपी उसके विधायकों में सेंध लगा सकती है। कांग्रेस को यह डर राष्ट्रपति चुनाव में हुई वोटिंग के बाद पैदा हुआ था। बंगाल में जिनकी गाड़ी से कैश बरामद हुआ है, इन्हीं तीनों विधायकों पर राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग का आरोप है।

बहरहाल, जिन विधायकों की गाड़ी से बंगाल में कैश बरामद हुआ है, कोलकाता पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें पहले ही निलंबित कर दिया है। कांग्रेस ने यह भी कहा है कि इस तरह के मामले में जो भी शामिल होगा, पार्टी उस पर कार्रवाई करेगी।

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