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असम में पीटे गए बीजेपी जिलाध्यक्ष, गले की फाँस बना नागरिकता विधेयक

असम में पीटे गए बीजेपी जिलाध्यक्ष, गले की फाँस बना नागरिकता विधेयक

असम में नागरिकता विधेयक के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बीजेपी के जिलाध्यक्ष को जमकर पीट दिया। बीजेपी नेता की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

नागरिकता विधेयक पर बीजेपी नेता लोगों के हाथों पीटे भी जाएँगे, ऐसा नरेंद्र मोदी सरकार ने इस विधेयक को बनाते समय सपने में भी नहीं सोचा होगा। असम में इस विधेयक के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बीजेपी के जिलाध्यक्ष को जमकर पीट दिया। बीजेपी नेता को पिटते देखने के बाद सरकार एक बार यह सोचने को ज़रूर मज़बूर होगी कि हे राम, यह क्या मुसीबत मोल ले ली।

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बीजेपी नेता की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बता दें कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नागरिकता विधेयक को लेकर असम सहित पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं।

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घटना के अनुसार, ऊपरी असम के तिनसुकिया जिले के बीजेपी अध्यक्ष लाखेश्वर मोरन बुधवार को आरएसएस समर्थित लोक जागरण मंच के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गए थे। यह मंच नागरिकता विधेयक के बारे में लोगों को जागरूक कर रहा है। 

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मौक़े पर मौजूद लोगों के अनुसार, जैसे ही बीजेपी जिलाध्यक्ष कार्यक्रम में पहुँचे लोगों ने विधेयक के विरोध में जमकर नारेबाज़ी की और उनसे वापस जाने के लिए कहा। लोगों ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए।

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वीडियो में दिख रहा है कि लोगों ने मोरन को थप्पड़ मारे और फिर गाड़ी के टायर भी उन पर फ़ेंके। वह तो ग़नीमत रही कि कुछ पुलिसकर्मियों ने उन्हें भीड़ के हाथों बचा लिया वरना कोई दुर्घटना हो सकती थी। विधेयक के विरोध में वहाँ 3000 से ज़्यादा लोग जमा थे। 

बीजेपी ने इस हमले के ख़िलाफ़ लोकल थाने में रिपोर्ट दर्ज़ कराई है। पुलिस ने इसमें तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है। इस सप्ताह की शुरुआत में ही बीजेपी और ऑल असम स्टूडेंट यूनियन के समर्थकों के बीच तीखी झड़प हुई थी।

नागरिकता संशोधन विधेयक में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है।

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