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क्रूज़ ड्रग्स केस: गिरफ़्तार किए गए 2 लोगों को मिली जमानत

क्रूज़ ड्रग्स केस: गिरफ़्तार किए गए 2 लोगों को मिली जमानत

मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में काफी घमासान अब तक हो चुका है। एनसीबी के अफ़सर समीर वानखेड़े और कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक आमने-सामने आ गए हैं। 

मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में गिरफ़्तार किए गए 2 लोगों को मंगलवार को जमानत मिल गई। इनके नाम मनीष राजगढ़िया और अविन साहू हैं। दोनों को एक विशेष अदालत ने जमानत दी है। इस मामले में अब तक कुल 20 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। 

दूसरी ओर, फ़िल्म अभिनेता शाहरूख़ ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान की जमानत मंगलवार को भी नहीं हो सकी। बॉम्बे हाई कोर्ट में आज इस पर फिर से सुनवाई होगी। 

मनीष राजगढ़िया मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में 11 वें नंबर का अभियुक्त था, उसके पास से 2.4 ग्राम गांजा मिला था। अदालत ने उसे 50 हज़ार रुपये के बांड पर रिहा किया जबकि अविन साहू पर आरोप है कि वह प्रतिबंधित किए जा चुके एक नशे को दो बार ले चुका है। दोनों को मुंबई लौट रहे क्रूज से गिरफ़्तार किया गया था। 

अदालत में मनीष राजगढ़िया के वकील ने दलील दी कि आर्यन ख़ान के मामले की तरह इस मामले में किसी तरह की वाट्सऐप चैट नहीं है। 

घिर गए समीर वानखेड़े

नवाब मलिक ने 4 पेज की चिट्ठी जारी की है। मलिक ने चिट्ठी के जरिये पिछले एक साल में एनसीबी के 26 ऐसे केसों का खुलासा किया है जिनमें समीर वानखेड़े ने अपने अधिकारियों के साथ मिलकर कथित तौर पर वसूली की थी। 

 - Satya Hindi

बॉलीवुड के कलाकारों से भी वसूली की गई, इस बात का भी ज़िक्र इस चिट्ठी में किया गया है। नवाब मलिक का कहना है कि उन्हें यह चिट्ठी एनसीबी के एक कर्मचारी ने पोस्ट से भेजी है जिसके बाद उन्होंने इस चिट्ठी को एनसीबी के डीजी को भेज दिया है जिससे वह अपनी जाँच में इस चिट्ठी को भी शामिल कर लें।

गवाह के दावे के बाद बवाल 

आर्यन ख़ान के मामले में एक गवाह प्रभाकर सेल ने दावा किया है कि समीर वानखेड़े की तरफ़ से आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की गई है। इसके बाद से ही महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर हमले तेज़ कर दिए हैं। 

एक हलफ़नामे में प्रभाकर सेल ने दावा किया है कि उसने केपी गोसावी और सैम डिसूजा नाम के शख़्स के बीच 18 करोड़ की डील होने की बात सुनी थी। प्रभाकर के मुताबिक़, केपी गोसावी ने कहा था कि इसमें से 8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। 

हालांकि एनसीबी ने कहा है कि समीर वानखेड़े का सर्विस रिकॉर्ड बेदाग है लेकिन फिर भी एजेंसी ने उनके ख़िलाफ़ जांच के आदेश दे दिए हैं। 

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