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दिल्ली में केस बढ़ रहे हैं, पर घबराने की ज़रूरत नहीं, संक्रमण हल्का: केजरीवाल

दिल्ली में केस बढ़ रहे हैं, पर घबराने की ज़रूरत नहीं, संक्रमण हल्का: केजरीवाल

दिल्ली में कोरोना संक्रमण के साथ ही ओमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं तो मुख्यमंत्री आख़िर क्यों कह रहे हैं कि घबराने की ज़रूरत नहीं है? जानिए उन्होंने क्या दिया तर्क।

दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएँ नहीं। उन्होंने कहा कि घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि अधिकांश संक्रमण हल्के हैं।

उन्होंने कहा, 'दिल्ली में कोविड -19 के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं है। फ़िलहाल शहर में एक्टिव केस 6360 हैं। तीन दिन पहले 2291 एक्टिव केस थे। कल तक सिर्फ़ 246 अस्पताल बेड भरे थे और सभी केस हल्के और बिना लक्षण वाले हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि आँकड़े बताते हैं कि दूसरी लहर के दौरान आए मामलों की अपेक्षा ताज़ा मामलों का प्रभाव कमतर है।

कोरोना संक्रमण को लेकर की गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने कहा, 'कल 246 अस्पताल के बिस्तर भरे थे। अभी तक अस्पतालों में केवल 82 ऑक्सीजन बेड भरे हैं। यह आँकड़ा पिछले कई दिनों से समान है। कोई रोगी नहीं आ रहा है जिसे ऑक्सीजन की आवश्यकता है। दिल्ली सरकार 37,000 बिस्तरों के साथ तैयार है।' 

उन्होंने यह भी कहा कि 29 दिसंबर को 923 मामले, 30 दिसंबर को 1313 मामले, 31 दिसंबर को 1796 मामले और 1 जनवरी को 2716 मामले दर्ज किए गए। आज यानी रविवार को 3100 नए मामले सामने आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि भले ही मामले बढ़े हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम हुई है। यह एक अच्छा संकेत है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि आँकड़ों से पता चलता है कि शहर के अधिकांश कोरोना रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है और लगभग सभी मामले हल्के या बिना लक्षण वाले हैं। फिर भी सरकार संभावित तीसरी लहर के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर रही है।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लोगों को सलाह दी कि मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, साबुन से हाथ धोएं और चिंता न करें।

बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के कम से कम 351 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। देश भर में यह राज्य दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर यानी नये वैरिएंट संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले महाराष्ट्र में 460 आए हैं। देश के 23 राज्यों में इसके संक्रमण का पता चला है। ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले 1525 हो गए हैं इसमें से 560 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। 

इनके अलावा गुजरात में 136, तमिलनाडु में 117, केरल में 109, राजस्थान में 69, तेलंगाना में 67, कर्नाटक में 64, हरियाणा में 63, पश्चिम बंगाल में 20, आंध्र प्रदेश में 17 और ओडिशा में 14 मामले आए हैं। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, अंडमान निकोबार द्वीप समूह, गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मणिपुर और पंजाब में भी नये वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं। 

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने बुधवार को फैसला किया था कि दिल्ली में 'येलो अलर्ट' के तहत लगाए गए कोविड से संबंधित प्रतिबंध फिलहाल जारी रहेंगे और नए प्रतिबंधों पर निर्णय लेने से पहले अधिकारी कुछ समय के लिए स्थिति की निगरानी करेंगे।

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