दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार शाम को तिहाड़ जेल से बाहर आ गए। आज ही दिन में सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए उनको अंतरिम जमानत दी है। जेल से रिहा होने पर उनके समर्थकों ने जेल से बाहर उनका जोरदार स्वागत किया। जेल से बाहर निकलने के बाद उन्होंने अपने आवास के बाहर भीड़ को संबोधित किया और कहा कि 'देश को तानाशाही से बचाना है'। उन्होंने कहा कि पूरे देश को इस तानाशाही से लड़ना होगा।
अपने आधिकारिक आवास पर पहुंचने के तुरंत बाद अरविंद केजरीवाल ने आप समर्थकों की एक बड़ी भीड़ को संबोधित किया और कहा, 'मैं वापस आ गया हूं।' उन्होंने जमानत देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद किया।
पंजाब के सीएम भगवंत मान और केजरीवाल की पत्नी सुनीता समेत पार्टी कार्यकर्ता और नेता उनकी रिहाई की उम्मीद में जेल के बाहर जमा हुए थे। भीड़ को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'क्या मैंने आपको नहीं बताया था कि मैं जल्द ही वापस आऊंगा? मैं वापस आ गया हूं।' उन्होंने कहा, 'मैं अपनी पूरी ताकत से तानाशाही के खिलाफ लड़ रहा हूं, अब हममें से 140 करोड़ लोगों को ऐसा करना होगा।'
केजरीवाल ने कहा, 'मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। आपने मुझे अपना आशीर्वाद दिया। मैं सुप्रीम कोर्ट के जजों को धन्यवाद देना चाहता हूं, उन्हीं की वजह से मैं आपके सामने हूं। हमें देश को तानाशाही से बचाना है।' केजरीवाल ने आगे कहा, 'कल (शनिवार) सुबह 11 बजे हम सभी कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर जाएंगे, फिर दोपहर 1 बजे पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी; मैं आप सभी से हनुमान मंदिर आने का अनुरोध करता हूं।'
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिन में ही केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी है। साथ ही उन्हें 2 जून को हर हाल में सरेंडर करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है इस दौरान उनके द्वारा चुनाव प्रचार करने पर कोई रोक या पाबंदी नहीं रहेगी। दिल्ली शराब नीति घोटाले मामले में वह बीते करीब 50 दिनों से तिहाड़ जेल में बंद थे।
बहारहाल, केजरीवाल के जेल से बाहर निकलने पर क्या असर होगा, इसको लेकर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'अरविंद केजरीवाल जी का जेल से बाहर आना पूरे इंडिया गठबंधन के लिए गेमचेंजर साबित होगा। इससे बीजेपी को देशभर में बड़ा नुक़सान होने वाला है।'
आप नेता और मंत्री आतिशी ने कहा, 'यह सिर्फ आम आदमी पार्टी के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए बड़ा अवसर है, क्योंकि लोग बीजेपी की तानाशाही प्रवृत्ति से परेशान थे। लोकतंत्र और संविधान के अस्तित्व पर सवाल उठ रहे थे। आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले से देश में उम्मीद जगी है कि लोकतंत्र और संविधान की जीत होगी।'
इससे पहले दिन में अदालत के फ़ैसले के बाद आप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'देश की सभी संस्थाएं आम आदमी पार्टी के पीछे लगा दी गईं। हमारे तमाम नेताओं को जेल में डाल दिया। लेकिन हमें देश की क़ानून व्यवस्था पर भरोसा था और सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से आज संविधान और सत्य की जीत हुई।' आप नेता और मंत्री आतिशी ने कहा, 'हम संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं। अब तानाशाही का अंत होगा और इस 2024 के चुनाव में ही होगा।'
पार्टी नेता गोपाल राय ने कहा, 'आज सर्वोच्च न्यायालय ने देश और लोकतंत्र से प्यार करने वाले लोगों के दिलों में उम्मीद की किरण जलाई है। आज दिल्ली समेत पूरा देश खुश है। सुप्रीम कोर्ट ने बता दिया कि जिस देश का संविधान लाखों शहीदों के बलिदान से बना हो, उसे कोई ऐसे ही ख़त्म नहीं कर पाएगा। इसके लिए पूरा देश सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद करता है।'