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घाटी में बड़ी वारदात की कोशिश में आतंकवादी, सेना ने जताई आशंका

घाटी में बड़ी वारदात की कोशिश में आतंकवादी, सेना ने जताई आशंका

भारतीय सेना ने कहा है कि, ख़ुफ़िया रिपोर्टों के मुताबिक़, पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं।

सेना ने आशंका जताई है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। उनका मक़सद अमरनाथ यात्रा में रुकावट डालना हो सकता है। सेना ने यह भी कहा है कि यात्रा के रास्ते में एक जगह से बारूदी सुरंग और स्नाइपर राइफ़ल बरामद की गई है। 

बता दें कि कुछ महीने पहले ही कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें 40 से ज़्यादा जवान शहीद हो गए थे। इस हमले को पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया था।

सेना और पुलिस ने शुक्रवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कई अहम जानकारियाँ दीं। चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल के. जे. एस. ढिल्लों ने कहा, 'ख़ुफ़िया रिपोर्टों से इस बात की पुष्टि हुई है कि पिछले तीन-चार दिनों में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन और उसकी सेना अमरनाथ यात्रा में दख़ल देने की कोशिश कर रहे हैं। यह हमें काफ़ी लंबे तलाशी अभियान के बाद पता चला है और इस अभियान में हमें काफ़ी सफ़लता भी मिली है।’

ढिल्लों ने कहा कि इसके साथ ही हमें बारुदी सुरंग और पाकिस्तान की हथियार बनाने वाली फ़ैक्ट्री में बनी एम - 24 अमेरिकी स्नाइपर राइफ़ल भी मिली है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि घाटी और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बनने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है। ढिल्लों ने कहा कि कश्मीर में सेना की लगातार नजर बनी हुई है और हम हर हाल में शांति को बरकरार रखेंगे।

लेफ़्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने कहा कि बारुदी सुरंग और हथियार मिलने के मामले में पाकिस्तान का सीधा हाथ है। उन्होंने कहा कि यह पता चला है कि आतंकवादी विस्फोटकों से हमला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी तलाशी अभियान चल रहा है।

लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने कहा कि पाकिस्तान की सेना लगातार अशांति फैलाने की कोशिशों में जुटी हुई है। लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा और किसी को भी शांति भंग करने की इजाज़त नहीं दी जाएगी। बता दें कि कश्मीर में बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती होने के कारण यह माना जा रहा है कि सरकार आतंकवादी संगठनों से कड़ाई से निपटना चाहती है, हालाँकि इसे राज्य में अनुच्छेद 35ए को हटाने से भी जोड़कर देखा जा रहा है। 

भारत ने कहा था कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान का हाथ था, लेकिन पाकिस्तान इससे लगातार इनकार करता रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने पुलवामा हमले के बाद कहा था कि वह पाकिस्तान की ज़मीन का इस्तेमाल आतंकवादियों को नहीं करने देंगे। लेकिन बारूदी सुरंग और पाकिस्तान में बनी स्नाइपर राइफ़ल मिलने के बाद साफ़ होता है कि पड़ोसी देश भारत में आतंकवादी वारदात को अंजाम देने की कोशिश में जुटा हुआ है।

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