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बीजेपी गठबंधन से जुड़े 'अपना दल' में भी टूट, विधायक चौधरी अमर सिंह सपा में गए

बीजेपी गठबंधन से जुड़े 'अपना दल' में भी टूट, विधायक चौधरी अमर सिंह सपा में गए

यूपी में ओबीसी आधार वाली एक और पार्टी अपना दल में भी टूट शुरू हो गई है। विधायक चौधरी अमर सिंह ने सपा में जाने की घोषणा कर दी है। अपना दल की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पर राजनीतिक फैसला लेने का दबाव बढ़ गया है। विधायक कह रहे हैं, बीजेपी से गठबंधन तोड़कर सपा से किया जाए।

बीजेपी अपने गठबंधन दल के विधायकों की टूट को भी नहीं रोक पा रही है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का अपना दल बीजेपी गठबंधन में शामिल है। अपना दल के विधायक ;चौधरी अमर सिंह ने भी आज सपा के समर्थन की घोषणा की है। अपना दल के और भी विधायक टूटने वाले हैं। उन्होंने सपा नेतृत्व से संपर्क किया है। अपना दल में यह टूट ऐसे समय सामने आई है जब बीजेपी नेता अमित शाह सीटों को फाइनल कर रहे थे। इस टूट से बीजेपी पर भी असर पड़ेगा।

अपना दल के विधायक अपनी अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल पर काफ़ी दिनों से बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का दबाव बना रहे थे लेकिन अनुप्रिया ने साफ़ मना कर दिया। गृहमंत्री अमित शाह ने कल रात अपना दल के नेताओं से सीटों पर बातचीत की थी। अपना दल के विधायकों को उम्मीद थी कि अनुप्रिया बीजेपी पर दबाव बनाकर कम से 25-30 सीटों की माँग करेंगी और ज़्यादा सीटें न मिलने पर मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे देंगी। लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। 

 - Satya Hindi

अपना दल नेता चौधरी अमर सिंह ने शाम को सपा दफ्तर जाकर अखिलेश यादव से मुलाकात की और सपा की नीतियों में विश्वास जताया। अमर की अभी अधिकृत ज्वाइनिंग सपा में नहीं हुई है। चौधरी अमर सिंह ने कहा कि योगी सरकार ने कोई भी काम नहीं किया। ये लोग ढिंढोरा कुछ भी पीटते रहें। ये झूठों की सरकार है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द और भी विधायक सपा में आएंगे। अब प्रदेश के लोगों की उम्मीदें सिर्फ अखिलेश यादव से है।

बता दें कि अपना दल दो हिस्सों में बंट चुका है। एक धड़े का नेतृत्व अनुप्रिया पटेल करती हैं तो दूसरे धड़े का नेतृत्व उनकी मां कृष्णा पटेल संभालती हैं। कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया पटेल के बीजेपी के साथ जाने को कभी पसंद नहीं किया। सोनेलाल पटेल द्वारा बीएसपी के तर्ज पर खड़ी की गई इस पार्टी में जल्द ही दो धड़े बन गए। इस समय कृष्णा पटेल सपा के साथ हैं। 

2017 के विधानसभा चुनाव में अपना दल के 9 विधायक चुने गए थे। कृष्णा पटेल ने उसी समय बीजेपी नेतृत्व से ज्यादा सीटें देने की मांग की थी। लेकिन बीजेपी ने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। 

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