अन्ना का केजरीवाल को पत्र- 'आप पैसे-सत्ता के दुष्चक्र में फंस गए'
दिल्ली में आबकारी नीति को लेकर मचे घमासान के बीच समाजसेवी अन्ना हजारे ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने अरविंद केजरीवाल को लोकपाल आंदोलन की याद दिलाई है और कहा है कि उन्हें दिल्ली सरकार से ऐसी आबकारी नीति की उम्मीद नहीं थी।
एएनआई की ओर से जारी पत्र में अन्ना ने कहा है कि आम आदमी पार्टी एक बड़े आंदोलन से निकली हुई पार्टी है। उन्होंने कहा है कि लेकिन आप लोग भी बाकी पार्टियों की तरह पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसा बनाने के दुष्चक्र में फंस गए हैं।
बता दें कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने आबकारी नीति के मामले में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। दोनों की मांग है कि मनीष सिसोदिया को दिल्ली कैबिनेट से हटाया जाना चाहिए।
भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से सुर्खियों में आए समाजसेवी अन्ना हजारे ने पत्र में अरविंद केजरीवाल से कहा है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद आप लोकपाल और लोकायुक्त को भूल गए हैं जबकि यह दोनों भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के केंद्र में थे। विधानसभा में आपने एक मजबूत लोकायुक्त को लाने की कोशिश नहीं की और अब आपकी सरकार लोगों की जिंदगी को खत्म करने वाली आबकारी नीति लेकर आई है और महिलाओं पर भी इसका असर होगा।
‘आदर्श विचारधारा को भूल गए’
85 साल के वयोवृद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल से कहा है कि आपने तो स्वराज नाम की अपनी किताब में कितनी आदर्श बातें लिखी थी। तब आपसे बड़ी उम्मीद थी लेकिन ऐसा लगता है कि राजनीति में जाकर मुख्यमंत्री बनने के बाद आप आदर्श विचारधारा को भूल गए हैं।
अन्ना हजारे ने लिखा है कि दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति से शराब को बढ़ावा मिल सकता है और इस नीति को देखकर पता चल रहा है कि एक ऐतिहासिक आंदोलन का नुकसान करके जो पार्टी बनी है, वह भी बाकी पार्टियों के रास्ते पर ही चलने लगी और यह बेहद दुख की बात है।
बताना होगा कि दिल्ली सरकार के द्वारा पिछले साल नवंबर में नई आबकारी नीति को लोगों के सामने रखा गया था लेकिन इस पर जबरदस्त विवाद होने के बाद इस साल जुलाई में दिल्ली सरकार ने आबकारी नीति को वापस लेने का एलान किया था। बीजेपी और कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नई आबकारी नीति के जरिए शराब माफियाओं और कारोबारियों को अनुचित फायदा पहुंचाया है और करोड़ों रुपए की हेराफेरी की है।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार केजरीवाल सरकार के शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए अच्छे कामों से घबरा गई है और इसलिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर उसके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। केजरीवाल सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन भी सलाखों के पीछे हैं।
इस मामले में सीबीआई मनीष सिसोदिया के घर पर 14 घंटे तक छापेमारी करने के अलावा पंजाब नेशनल बैंक की गाजियाबाद ब्रांच में सिसोदिया के बैंक लॉकर को भी खंगाल चुकी है। सिसोदिया का कहना है कि सीबीआई को अपनी जांच में कुछ नहीं मिला है। उन्होंने इस बात की आशंका जताई है कि उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।