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आंध्र पुलिस : टीडीपी- बीजेपी के लोगों ने ढहाए मंदिर

आंध्र पुलिस : टीडीपी- बीजेपी के लोगों ने ढहाए मंदिर

मुख्य विपक्षी दल तेलगु देशम पार्टी की ओर से राज्य सरकार पर हिन्दू मंदिरों को तोड़ने का आरोप लगाए जाने के बाद अब पुलिस कह रही है कि कई जगहों पर यह काम उसके कार्यकर्ताओं ने ही किया है। 

धर्मनिरपेक्ष राजनीति के लिए मशहूर आंध्र प्रदेश में अब हिन्दू मंदिर और उन पर होने वाले हमले राजनीति के केंद्र में आ गए हैं। मुख्य विपक्षी दल तेलगु देशम पार्टी की ओर से राज्य सरकार पर हिन्दू मंदिरों को तोड़ने का आरोप लगाए जाने के बाद अब पुलिस कह रही है कि कई जगहों पर यह काम उसके कार्यकर्ताओं ने ही किया है। 

टीडीपी-बीजेपी पर आरोप

आंध्र प्रदेश के पुलिस उप महानिदेशक गौतम सावंग ने कहा है कि मंदिर तोड़े जाने के नौ मामलों में टीडीपी के 15 और बीजेपी के 4 कार्यकर्ता शामिल पाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इन लोगों ने मंदिर से जुड़ी झूठी ख़बरें प्रचारित की हैं। 

डीजीपी सावंग ने कहा कि मंदिर तोड़ने, मूर्तियाँ तोड़ने और मूर्तियाँ चुराने वगैरह के 44 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से 29 मामलों की जाँच की जा चुकी है और शेष मामलों की जाँच की जा रही है।

सीसीटीवी कैमरे लगे

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर 13,296 मंदिरों के आसपास 44,451 सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं ताकि इन मंदिरों की हर समय निगरानी रखी जा सके। 

डीजीपी ने यह भी कहा कि मामलों की जाँच के बाद अलग-अलग राजनीतिक दलों से जुड़े हुए 21 लोगों के बारे में पता चला है। 

पलटवार

आंध प्रदेश बीजेपी ने डीजीपी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। राज्य ईकाई के महासचिव एस. विष्णुवर्द्धन रेड्डी ने इसे 'नया राजनीतिक ड्रामा' क़रार देते हुए कहा कि पुलिस लोगों को गुमराह कर रही है। 

 - Satya Hindi

विष्णुवर्द्धन रेडे्डी ने 'डेकन हेरल्ड' से बात करते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश डीजीपी का बयान मुख्यमंत्री के बयान से मेल नहीं खाता है। उनके मुताबिक़, मु्ख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने कहा था कि कुछ लोग राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए साजिश रच रहे हैं, लेकिन पुलिस उप महानिदेशक ने ऐसे किसी साजिश की बात नहीं कही है। 

'पुलिस से भरोसा उठ गया'

तेलगु देशम पार्टी ने भी डीजीपी के बयान पर गुस्सा जताते हुए कहा कि वे सफेद झूठ बोल रहे हैं। टीडीपी के राज्य अध्यक्ष के. अच्छनायडू ने 'डेकन हेल्ड' से कहा,

"सिर्फ दो दिन पहले उन्होंने मंदिर तोड़ने और वहाँ से मूर्तियाँ चुराने के लिए चोरों, शराबियों, जंगली जानवरों और पागल लोगों को ज़िम्मेदार ठहराया था। अब यकायक यह राजनीतिक साजिश कैसे हो गई?"


के. अच्छनायडू, आंध्र प्रदेश अध्यक्ष, तेलगु देशम पार्टी

बीजेपी के राज्य सचिव ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पुलिस से लोगों का भरोसा उठ गया है। उन्होंने कहा, "यह साफ़ है कि दूसरे धर्म के मानने वाले कुछ लोग इन हमलों के पीछे थे, पर पुलिस जाँच को ग़लत दिशा में ले जाने के लिए इस तरह की बातें कह रही है।" 

हिन्दुत्व की राजनीति

बता दें कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की सरकार पर हिन्दुओं के मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि रेड्डी और उनके मंत्रिमंडल के कई सदस्य ईसाई हैं और इसलिए वे हिन्दू आस्था पर चोट कर रहे हैं।

इसके बाद जगनमोहन रेड्डी ने भूमि अतिक्रमण की वजह से मंदिर तोड़े जाने की बात मानी है और उन मंदिरों का जिर्णोद्धार करवाया। 

राजनीति में मोड़पर्यवेक्षकों का कहना है कि किसी समय धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिवादी राजनीति का हिस्सा रह चुके आंध प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू इस तरह अलग-थलग हो चुके हैं और राज्य में बीजेपी को रोकने में खुद को अक्षम पा रहे हैं कि अब उसी की रणनीति अपना रहे हैं। 

आंध्र प्रदेश में बीजेपी को रोकने के लिए उग्र हिन्दुत्व की राह अपनाने वाली तेलगु देशम पार्टी के कार्यकर्ताओं पर ही लगने वाले आरोप से राज्य की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है।

कुल मिला कर स्थिति यह है कि आंध्र प्रदेश में अब सभी राजनीतिक दल हिन्दुत्व की राजनीति करने लगे हैं और दूसरे मुद्दे हाशिए पर चले गए हैं। सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस मंदिरों का निर्माण व मरम्मत कराती है, मुख्यमंत्री उसका उद्घाटन करते हैं तो मुख्य विपक्षी दल तेलगु देशम पार्टी राज्य सरकार पर हिन्दुओं की आस्था पर चोट लगाने के आरोप लगा रही है। बीजेपी की तो पूरी राजनीति ही उग्र हिन्दुत्व के इर्द गिर्द है और आंध्र प्रदेश उसका अपवाद नहीं है। 

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