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जानिए, अल जवाहिरी की भारत को लेकर क्या थी 'योजना'

जानिए, अल जवाहिरी की भारत को लेकर क्या थी 'योजना'

जिस अल-कायदा प्रमुख अल जवाहिरी को दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक बताया जाता है, उसकी आख़िर भारत के बारे में क्या थी 'योजना'? जानिए भारत के बारे में उसने क्या क्या कहा था।

अमेरिकी ड्रोन हमले में अल कायदा का वह प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी मारा गया जो हाल में भारत में एक वीडियो में सुर्खियों में रहा था। जवाहिरी ने वह वीडियो कर्नाटक के हिजाब विवाद को लेकर जारी किया था। तब कर्नाटक के हिजाब विवाद से पूरे देश में राजनीतिक तूफान मचा हुआ था। हिजाब के विरोध में दक्षिणपंथी भगवा गमछे से प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच कर्नाटक की एक छात्रा मुस्कान ख़ान परेशान किए जाने पर दक्षिणपंथियों की भीड़ के सामने अकेले तनकर खड़ी हो गई थीं और उन्होंने 'जय श्री राम' के नारे के जवाब में 'अल्लाहू अकबर' नारा लगाया था। इस वीडियो के बाद जवाहिरी ने भारत में 'जिहाद' की संभावना देखी थी। 

अल-कायदा प्रमुख जवाहिरी, दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक था और वह 11 सितंबर, 2001 के हमलों के मास्टरमाइंडों में से एक था। भारत को लेकर अल-जवाहिरी का यह कोई पहला वीडियो नहीं था। वह कई बार वीडियो जारी कर भारत के कश्मीर का नाम ले चुका था। दरअसल, अल-जवाहिरी ने 2001 में संयुक्त राज्य अमेरिका पर 11 सितंबर के हमलों के बाद से कई मौक़ों पर भारत का ज़िक्र किया था।

जवाहिरी ने इस उपमहाद्वीप में जिहाद को अफगान अमीरात के विस्तार के साधन के रूप में देखा था। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, उसने लिखा था कि "मुस्लिम राष्ट्र की यह धार्मिक ज़िम्मेदारी है कि वे अफगानिस्तान, कश्मीर, बोस्निया-हर्जेगोविना और चेचन्या में लड़ाई लड़ें"। 

इस मामले में अल-जवाहिरी का रुख बिल्कुल वैसा ही था जैसा ओसामा बिना लादेन का था। 1996 में ओसामा बिन लादेन ने भी ऐसा ही खुद भी कहा था और 'तजाकिस्तान, बर्मा, कश्मीर, असम, फिलीपींस, पट्टनी, ओगाडेन, सोमालिया, चेचन्या और बोस्निया-हर्जेगोविना में नरसंहार' की निंदा की थी। 

इसके बाद समय-समय पर जारी किए गए वीडियो में अल-जवाहिरी ने बड़े पैमाने पर पश्चिमी ताक़तों के खिलाफ इसलाम के युद्ध पर ध्यान केंद्रित किया। अधिकतर बार भारत का ज़िक्र उसने उन पश्चिमी संदर्भों में ही किया और कश्मीर के बारे में बात की। उसने मुसलमानों को लड़ने के लिए कहा। लेकिन जवाहिरी ने दो बार 2014 और 2022 में ऐसे वीडियो जारी किए जो पूरी तरह से भारत पर केंद्रित थे। 

पाकिस्तान में अमेरिकी कमांडो द्वारा ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद 2011 से जब अल-जवाहिरी ने अल-कायदा की कमान संभाली तो जिहाद छेड़ने के लिए एक उपमहाद्वीपीय मोर्चा बनाना अल-जवाहिरी का उद्देश्य हो गया था।

2014 में जारी एक वीडियो में उसने 'जमात क़ैदत अल-जिहाद फ़िशिभी अल-क़रत अल-हिन्दिया', यानी 'भारतीय उप-महाद्वीप में जिहाद के आधार का संगठन' के गठन की घोषणा की थी। उसने कहा था कि यह एक संदेश है कि अल-कायदा भारत में अपने मुस्लिम भाइयों को नहीं भूला है। उसने कहा था कि जिहादी ब्रिटिश भारत की सीमाओं को तोड़ देंगे और उपमहाद्वीप में मुसलमानों को एकजुट होने के लिए कहेंगे।

अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार वीडियो में उसने वादा किया था कि अल-कायदा पूरे क्षेत्र में अपने अभियानों का विस्तार करेगा: "बर्मा, कश्मीर, इस्लामाबाद, बांग्लादेश में हमारे भाई, हम आपको अल-कायदा में नहीं भूले और आपको अन्याय और उत्पीड़न से मुक्त करेंगे।' 

कर्नाटक हिजाब विवाद

इस साल अप्रैल में अल-जवाहिरी ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें उसने भारत में हिजाब विवाद की बात की थी और उपमहाद्वीप में मुसलमानों से बौद्धिक रूप से मीडिया का उपयोग करके और युद्ध के मैदान में हथियारों से इस्लाम पर कथित हमले से लड़ने के लिए कहा था।

रिपोर्ट के अनुसार, अल-कायदा के मुखपत्र अस-साहब मीडिया द्वारा अप्रैल में जारी लगभग नौ मिनट के वीडियो में जवाहिरी ने कर्नाटक के छात्र मुस्कान खान की प्रशंसा की थी। मुस्कान ख़ान ने फ़रवरी 2022 में दक्षिणपंथी हिंदू भीड़ द्वारा 'जय श्री राम' के नारे लगाए जाने के बाद 'अल्लाह-हू-अकबर' के नारे लगाए थे। अल-जवाहिरी ने कहा था कि उस छात्रा ने 'हिंदुवादियों की भीड़' को चुनौती दी थी, 'जिहाद की भावना को बढ़ाया' और मुस्लिम समुदाय को फिर से जगाया था।

अल जवाहिरी का बयान जिस वीडियो में आया था उस वीडियो की शुरुआत मुस्कान खान द्वारा भीड़ से निपटने की एक क्लिप के साथ हुई थी। इसके बाद अल-जवाहिरी का संबोधन था।  उसने कहा था कि मुस्कान खान के वीडियो ने उसे एक कविता लिखने के लिए प्रेरित किया था जिसे उसने वीडियो के अंत में पढ़ा था। 

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइ़डन ने आज ही घोषणा की है कि अमेरिका ने काबुल में हवाई हमले में अल-कायदा के नेता अयमान अल-जवाहिरी को मार गिराया है। बाइडन ने टेलीविजन पर दिए अपने संबोधन में कहा, इंसाफ कर दिया गया है और यह आतंकवादी नेता अब नहीं रहा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन में कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ। अमेरिका ने कहा है कि काबुल में रविवार को एक ड्रोन हमले में मारा गया था। राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जवाहिरी की मृत्यु 9/11 हमले में यूएस में मारे गए 3,000 लोगों के परिवारों की मौत के चैप्टर को "बंद" कर देगी।

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