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अखिलेश ने क्यों कहा 'इस बार ज़ीरो सीट जीत सकती है कांग्रेस'?

अखिलेश ने क्यों कहा 'इस बार ज़ीरो सीट जीत सकती है कांग्रेस'?

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच अब जुबानी जंग क्यों शुरू हो गई है? 

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी हमला कर रही हैं तो अखिलेश यादव भी पलटवार कर रहे हैं। और तो और अखिलेश यादव की सपा हाल के दिनों में कांग्रेस के ख़िलाफ़ दिख रहीं ममता बनर्जी की तृणमूल के क़रीब जाती लग रही है। 

इसी बीच जब प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2012 से 2017 के बीच 'जातीवादी' और 'गुंडई' सरकार थी तो अखिलेश यादव ने अब कह दिया है कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में ज़ीरो सीट आएगी। झांसी में शुक्रवार को अपनी विजय यात्रा के दौरान मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा, 'कांग्रेस इस बार प्रतिस्पर्धा में नहीं है। वे यहां केवल विज्ञापन के लिए हैं। संभव है कि उन्हें इस बार यूपी में ज़ीरो सीट मिले।

अगले कुछ महीनों में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को चुनौती देने के लिए एक मंच बनाने में जुटे अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी का सफाया हो जाएगा, जैसे कि बंगाल चुनावों में ममता बनर्जी ने उनका सफाया कर दिया था।

अखिलेश यादव ने कहा कि वह तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले वैकल्पिक राजनीतिक मोर्चे में शामिल होने के लिए तैयार हो सकते हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यादव ने झाँसी में संवाददाताओं से कहा, 'मैं उनका स्वागत करता हूँ। जिस तरह से उन्होंने बंगाल में बीजेपी का सफाया किया... उत्तर प्रदेश के लोग बीजेपी का सफाया कर देंगे।' 

'द इंडियन एक्सप्रेस' से बातचीत में अखिलेश ने कहा, 'यह यूपी का चुनाव है और राज्य की जनता बीजेपी को हटाना चाहती है। जनता केवल समाजवादी पार्टी को विकल्प के रूप में देखती है। कांग्रेस को कम से कम यह तो स्पष्ट करना चाहिए कि वह बीजेपी को हटाना चाहती है या नहीं। उनकी नीतियों, कार्यक्रमों और फ़ैसलों को देखा जाए तो बीजेपी और कांग्रेस में कोई अंतर नहीं है। वे वही हैं।'

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने बीजेपी पर नफ़रत की राजनीति करने और लोगों को बांटने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, 'बीजेपी सभी अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ है। वे महिलाओं, मुसलमानों और यहाँ तक ​​कि ईसाइयों के ख़िलाफ़ हैं... हिरासत में मौतों की सबसे ज़्यादा संख्या, फर्जी मुठभेड़ों के नोटिस के मामले यूपी में बीजेपी सरकार के तहत हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एकमात्र ऐसे सीएम हैं जिन्होंने अपने ख़िलाफ़ मामले वापस लिए हैं।'

अखिलेश यादव का यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले ही प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनपर कटाक्ष किया था। गुरुवार को मुरादाबाद में एक रैली में प्रियंका गांधी ने उस विरोध प्रदर्शन के दौरान यादव की लखीमपुर से अनुपस्थिति पर सवाल उठाया, जब चार किसानों को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे की जीप से कुचल दिया गया था। मिश्रा का बेटा हत्या के आरोप में जेल में है।

बता दें कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने 2017 में एक साथ काम किया था, लेकिन उनका प्रदर्शन ठीक नहीं रहा था। तब दोनों दलों ने ख़राब प्रदर्शन के लिए एक-दूसरे को ज़िम्मेदार ठहराया था।

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