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AI की दुनिया में हंगामा, ChatGPT का सीईओ बर्खास्त, सह संस्थापक का इस्तीफा

AI की दुनिया में हंगामा, ChatGPT का सीईओ बर्खास्त, सह संस्थापक का इस्तीफा

आर्टिफिशल इंटेलीजेंस (AI) की दुनिया में भारी उठापटक हो गई है। चैटजीपीटी को बनाने वाली कंपनी ओपनएआई ने अपने सीईओ सैम ऑल्टमैन को बर्खास्त कर दिया तो इसके सह संस्थापक और चेयरमैन ग्रेग ब्रॉकमैन ने भी इस्तीफा दे दिया। अगर आपकी दिलचस्पी आर्टिफिशल इंटेलीजेंस में है तो यह आपके लिए एक जरूरी खबर है।

 - Satya Hindi

चैटजीपीटी के चेयरमैन ग्रेग ब्रॉकमैन और दाएं बर्खास्त सीईओ सैम ऑल्टमैन

चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई ने शुक्रवार को अपने सीईओ सैम ऑल्टमैन को बर्खास्त कर दिया है। कंपनी ने एक बयान में कहा, "बोर्ड ने उनकी नेतृत्व क्षमता पर भरोसा खो दिया है।" इस घटनाक्रम के चंद घंटों बाद इस कंपनी के सह-संस्थापक और अध्यक्ष ग्रेग ब्रॉकमैन ने घोषणा की कि उन्होंने पद छोड़ दिया है।

यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब भारत में पीएम मोदी, रश्मिका मंदाना, कैटरीना कैफ और काजोल सहित कई बॉलीवुड अभिनेत्रियों के डीपफेक मामले सामने आए और इसे एआई का बेहतर औजार नहीं माना गया। क्योंकि डीपफेक दरअसल एआई संचालित प्रक्रिया है। दुनिया की तमाम मशहूर हस्तियां इसकी शिकार बन रही हैं। पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि 'डीपफेक' बनाने के लिए एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग परेशानी खड़ी करने वाला है। पीएम मोदी को गरबा खेलते हुए दिखाया गया था, जबकि उन्होंने बचपन से आज तक कभी भी गरबा नहीं खेला।


बहरहाल ओपनएआई कंपनी ने बयान में कहा, "ऑल्टमैन के बारे में कंपनी ने यह निष्कर्ष निकाला कि वह बोर्ड के साथ अपने कम्युनिकेशन में लगातार स्पष्टवादी नहीं थे, इस वजह से उनकी जिम्मेदारियों का पालन करने की क्षमता में बाधा आ रही थी। कंपनी के बोर्ड को अब ओपनएआई का नेतृत्व जारी रखने की उनकी क्षमता पर भरोसा नहीं है।"

1 अक्टूबर को, हॉलीवुड अभिनेता टॉम हैंक्स ने इंस्टाग्राम पर अपने फॉलोअर्स को डीपफेक के मामले के बारे में अलर्ट किया। टॉम हैंक्स को पता चला कि डेंटल कंपनी के एक विज्ञापन में उनका भ्रामक डीपफेक दिखाया गया था, जिसके बाद उन्हें चेतावनी जारी करनी पड़ी: "सावधान, मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है।" मिस्टर बीस्ट के नाम से मशहूर यूट्यूबर जिमी डोनाल्डसन हाल ही में भ्रामक एआई-संचालित विज्ञापनों का शिकार हो गए। एक टिकटॉक विज्ञापन में डोनाल्डसन का डीपफेक दिखाया गया था, जिसमें दर्शकों को 2 डॉलर में आईफोन देने का झूठा दावा किया गया था।

ओपनएआई ने आगे कहा कि ओपनएआई की मुख्य टेक्नॉलजी अधिकारी मीरा मुराती बतौर अंतरिम सीईओ के रूप में काम करेंगी, और वही एक स्थायी सीईओ की औपचारिक खोज करेंगी।

ऑल्टमैन ने एक्स (पूर्व में एक्स) पर इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा, “मुझे ओपनएआई में अपना बिताया समय बहुत पसंद आया। यह व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए और उम्मीद है कि दुनिया के लिए थोड़ा परिवर्तनकारी रहा। सबसे ज्यादा मुझे ऐसे प्रतिभाशाली लोगों के साथ काम करना पसंद आया। आगे जो भी होगा, बताता रहूंगा।"

ऑल्टमैन के इस्तीफे की खबर आग की तरह फैल ही रही थी, तभी ओपनएआई के सह-संस्थापक और अध्यक्ष ग्रेग ब्रॉकमैन ने इस्तीफा की घोषणा कर दी। एक्स पर ट्वीट किए गए एक बयान में, ब्रॉकमैन ने कहा कि "आठ साल पहले मेरे अपार्टमेंट में इसकी शुरुआत करने के बाद से हम सभी ने मिलकर जो कुछ बनाया है, उस पर मुझे बहुत गर्व है।"

उन्होंने कहा, "हम एक साथ कठिन और अच्छे समय से गुजरे हैं, सभी कारणों के बावजूद इतना कुछ हासिल करना असंभव था। लेकिन आज की खबर के आधार पर, मैंने अपना पद छोड़ दिया।" उन्होंने कहा, "आप सभी को सिर्फ सर्वश्रेष्ठ होने की शुभकामनाएं। मैं एक सुरक्षित आर्टिफिशल और सामान्य बुद्धिमत्ता (एजीआई) बनाने के मिशन में विश्वास रखता हूं जो पूरी मानवता के फायदे में हो।"

माइक्रोसॉफ्ट से पर्याप्त फंडिंग द्वारा समर्थित, ओपनएआई ने पिछले नवंबर में अपने चैटजीपीटी चैटबॉट की रिलीज के साथ जेनेरिक एआई की शुरुआत की, जो तेजी से दुनिया में बहुत जरूरी सॉफ्टवेयर बन गया। 38 साल के टॉम ऑल्टमैन, जो पहले वाई कॉम्बिनेटर कंपनी का नेतृत्व कर चुके हैं, एक उद्यमी और निवेशक हैं। उन्होंने इस वर्ष अपने ग्लोबल दौरे के दौरान आर्टिफिशल इंटेलीजेंस को मानवीय चेहरे के रूप में पेश किया।

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