कांग्रेस का कुनबा बढ़ाने में जुटे पटेल, कुशवाहा से मिले
तीन राज्यों में जीत के बाद कांग्रेस ने अब यूपीए का कुनबा बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। एक ओर जहाँ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी मुख्यमंत्री चुनने में व्यस्त हैं, तो वहीं दूसरी ओर पार्टी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के लिए सहयोगी जुटाने शुरू कर दिए हैं। इस सिलसिले में अहमद पटेल ने शनिवार को हाल ही में मोदी सरकार से इस्तीफ़ा देने वाले राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से मुलाक़ात की।
ग़ौरतलब है कि पार्टी की ओर से अहमद पटेल को 17 दिसंबर को होने वाले तीनों राज्यों के शपथ ग्रहण समारोह में तमाम सहयोगी दलों के नेताओं को बुलाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस की तरफ से यूपीए के तमाम सहयोगी दलों के नेताओं को बुलाया गया है। इनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती, आरजेडी के तेजस्वी यादव के अलावा झारखंड से शिबू सोरेन और उनके बेटे हेमंत सोरेन को बुलाया गया है।
उपेंद्र कुशवाहा से हुई अहमद पटेल की मुलाकात को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर काफ़ी अहम माना जा रहा है। हालाँकि मोदी सरकार से इस्तीफ़ा देने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने आरजेडी का दामन थामने के संकेत दिए थे। ऐसे में अहमद पटेल का उनसे घर जाकर मिलना इस बात का सबूत है कि कांग्रेस उन्हें अपने कुनबे में रखना चाहती है। अहमद पटेल ने कुशवाहा को भी तीनों राज्यों में शपथ ग्रहण समारोह में आने का न्योता दिया है।