पूर्व अफ़ग़ान उप राष्ट्रपति के भाई को तालिबान ने मार डाला, परिवार का दावा
तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के भाई रूहल्लाह अज़ीज़ी की हत्या कर दी है। उनके परिवार के लोगों ने यह दावा किया है।
समाचार एजेन्सी 'रॉयटर्स' के अनुसार, रूहल्लाह के भतीजे इबदुल्लाह सालेह ने यह जानकारी दी है। उन्होंने रॉयटर्स से कहा,
“
उन्होंने मेरे चाचा को मार डाला। उन्होंने कल उन्हें मार दिया और इनकी लाश भी नहीं दे रहे हैं। वे कह रहे हैं, उसे सड़ने दो।
इबदुल्लाह सालेह, रूहल्लाह अज़ीज़ी का भतीजा
तालिबान सूचना सेवा अलीमेराह की उर्दू सेवा ने रिपोर्टों के हवाले से कहा है कि पंजशीर की लड़ाई में अज़ीज़ी मारे गए हैं।
काबुल स्थित समाचार टेलीविज़न चैनल 'टोलो न्यूज़' की पत्रकार ज़हरा रहीमी ने ट्वीट कर कहा है कि रूहल्ला अज़ीज़ी पंजशीर छोड़ कर भागने की कोशिश में थे जब तालिबान लड़ाकों ने उन्हें पकड़ लिया। उन्हें हिरासत में मार डाला गया।
Amrullah Saleh’s brother Rohullah Azizi was killed by the Taliban following his detention by the group while attempting to flee Panjshir, sources confirm. pic.twitter.com/2otbGt8rT9
— Zahra Rahimi (@ZahraSRahimi) September 10, 2021
रूहल्लाह अज़ीज़ी रेजिस्टेन्स फ्रंट ऑफ़ अफ़ग़ानिस्तान से जुड़े हुए थे और पंजशीर घाटी में तालिबान के ख़िलाफ़ मोर्चा संभाले हुए थे।
सालेह अमेरिका समर्थित अशरफ़ ग़नी सरकार की खुफिया सेवा में राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय के प्रमुख थे। यह सरकार 15 अगस्त को गिर गई, जब तालिबान ने काबुल पर क़ब्ज़ा कर लिया। उसके बाद ग़नी देश छोड़ कर चले गए और सालेह ने पंजशीर में शरण ली।
सालेह ने खुद को अफ़ग़ानिस्तान का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित कर दिया और कहा कि वे कभी भी तालिबान के साथ एक छत के नीचे काम नहीं कर सकते।
इसके बाद पंजशीर में तालिबान और रेजिस्टेन्स फ़ोर्स के बीच जम कर लड़ाई हुई, जिसमें दोनों ही पक्षों ने परस्पर विरोधी दावे किए हैं।
तालिबान का दावा है कि उसने पंजशीर पर नियंत्रण कर लिया है और इसके साथ ही पूरे देश पर उनका क़ब्ज़ा हो गया है। लेकिन रेजिस्टेन्स फ़ोर्स ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि लड़ाई आगे भी चलती रहेगी।