तालिबान ने किया आम माफ़ी का एलान
एक बड़े और अहम घटनाक्रम में तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान में आम माफ़ीनामा जारी किया है।
तालिबान ने एक बयान जारी कर सभी सरकारी कर्मचारियों से कहा है कि वे अपना कामकाज पहले की तरह शुरू कर दें।
बयान में कहा गया है, "सभी लोगों के लिए आम माफ़ीनामा जारी किया जा रहा है। आपको अपने रोज़मर्रा का कामकाज पूरे आत्मविश्वास के साथ शुरू कर देना चाहिए।"
यह माफ़ीनामा अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के नियंत्रण के दो दिन बाद जारी किया गया है।
यह घोषणा महत्वपूर्ण इसलिए है कि इससे सरकारी कर्मचारी और दूसरे लोग आश्वस्त हो सकेंगे कि उनकी नौकरी बची हुई है, उन पर हमला नहीं किया जाएगा या किसी तरह के बदले की कार्रवाई नहीं की जाएगी।
तालिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने इसके पहले भी कहा था कि किसी से बदला नहीं लिया जाएगा और आम अफ़ग़ान एक सामान्य जीवन जी सकेंगे।
तीन देशों के दूतावास खुले
आम माफ़ीनामा ऐसे समय जारी किया गया है जब अधिकतर देशों ने अपने दूतावास और वाणिज्य दूतावास बंद कर लिए हैं या बंद करने का फ़ैसला कर लिया है।
भारत ने अपने अंतिम बचे- खुचे लोगों को काबुल से निकाल लिया है और काबुल दूतावास बंद करने का निर्णय ले लिया है, मंगलवार को यह बंद कर दिया जाएगा।
अब सिर्फ तीन देशों के दूतावास काबुल में खुले हुए हैं। ये हैं चीन, रूस और पाकिस्तान।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने जहाँ ताबिलान को 'ग़ुलामी की बेड़ियाँ काटने वाला' बताया है वहीं चीन ने 'सहयोग और दोस्ती' का हाथ बढ़ाया है। रूस ने भी तालिबान की तारीफ की है।
➖ Our mission in Kabul is fully functional and providing consular services with a special facilitation cell established at the Interior Ministry. https://t.co/60nO6X0iAW
— Shah Mahmood Qureshi (@SMQureshiPTI) August 16, 2021
चीन ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि वे घरों के अंदर रहें और स्थिति के प्रति सचेत रहें।
रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दूतावास कर्मचारियों को बाहर निकालने की कोई योजना नहीं है।
रूसी राजदूत दिमित्री ज़िरनॉफ़ मंगलवार को तालिबान नेताओं से मुलाक़ात करने वाले हैं।