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मैं बताता हूं, 'राहुल जी' मेरा नाम बार-बार क्यों लेते हैंः अडानी

मैं बताता हूं, 'राहुल जी' मेरा नाम बार-बार क्यों लेते हैंः अडानी

दस दिनों में कारोबारी गौतम अडानी का दूसरा इंटरव्यू सामने आया है। इस इंटरव्यू में उन्होंने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए बताया है कि विपक्षी नेता 'राहुल जी' क्यों उनका नाम बार-बार लेते हैं। पढ़िएः

दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी ने 10 दिनों के अंदर दूसरा इंटरव्यू दिया और बताया कि राहुल गांधी इसलिए बार-बार उनका जिक्र करते हैं, क्योंकि यह उनके राजनीतिक धंधे ("part of the business of politics") का हिस्सा है। अडानी कल 6 जनवरी को पत्रकार रजत शर्मा के चर्चित शो आपकी अदालत में आए और राहुल गांधी पर खुलकर बात की। राहुल गांधी का जिक्र दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी के दूसरे इंटरव्यू को कामयाब बना गया। सोशल मीडिया पर इस इंटरव्यू को राहुल गांधी के जिक्र की यूएसपी (खास पहचान) के साथ पेश किया गया है। कारोबारी गौतम अडानी ने अपना पहला इंटरव्यू हाल ही में इंडिया टुडे को दिया था। उसमें अडानी ने राजीव गांधी का जिक्र कर उनके प्रति एहसान जताया था। 

इंडिया टीवी को दिए गए इस इंटरव्यू को एनडीटीवी ने भी अपनी साइट पर प्रमुखता से पेश किया है। इसे एनडीटीवी ने इसे बिग स्टोरी (बड़ी खबर) के तौर पर पेश किया है। अडानी ने इंडिया टुडे को दिसंबर के अंतिम दिनों में इंटरव्यू दिया था।  

गौतम अडानी ने इंडिया टीवी पर पेश आपकी अदालत शो में कहा कि उनका कारोबार सिर्फ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंधों की वजह से नहीं बढ़ा है।क्योंकि अडानी समूह कई विपक्षी शासित राज्यों के साथ भी कारोबार कर रहा है।अडानी ने कहा-"हम हर राज्य में अधिकतम निवेश करना चाहते हैं ... अडानी समूह वास्तव में खुश है कि आज यह 22 राज्यों में काम कर रहा है, और ये सभी राज्य बीजेपी शासित नहीं हैं ... 

मैं कह सकता हूं कि हमें इससे कोई समस्या नहीं है कोई भी राज्य सरकार हो, हम कारोबार कर रहे हैं। हम वामपंथी दल सीपीएम द्वारा शासित केरल, ममता दीदी के पश्चिम बंगाल में, नवीन पटनायक जी के ओडिशा में, जगनमोहन रेड्डी के राज्य में, यहाँ तक कि केसीआर के राज्य में भी काम कर रहे हैं।


-गौतम अडानी, कारोबारी, इंडिया टीवी पर 7 जनवरी 2023 को

60 साल के अडानी ने साफ़ शब्दों में कहा- "मैं आपको बताना चाहता हूं कि मुझे मोदी जी से कभी भी व्यक्तिगत मदद नहीं मिली। आप उनसे देशहित की नीतियों के बारे में बात कर सकते हैं, लेकिन जब कोई नीति बनती है, तो वह सभी के लिए होती है। न कि सिर्फ़ अडानी समूह के लिए।" 

रजत शर्मा के सवालों के जवाब में अडानी ने यह भी कहा कि उनके मल्टी-बिलियन-डॉलर समूह के बारे में एक गलत धारणा है कि बैंकों के कर्जों का भारी बोझ पड़ रहा है। उन्होंने कहा- पिछले सात-आठ वर्षों में, हमारी आमदनी में 24 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि हमारे लोन में 11 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा- "हमारी संपत्ति हमारे उधार से चार गुना अधिक है।" 

अडानी ने 90 मिनट के शो में समझाया कि उनका मानना है कि कांग्रेस और नेता राहुल गांधी द्वारा उनके खिलाफ क्रोनी कैपिटलिज्म के बार-बार आरोप लगाना उनकी "राजनीति के व्यवसाय का हिस्सा" है। उन्होंने राजस्थान का उदाहरण दिया, जो राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी द्वारा शासित है। अडानी ने कहा- निवेश हमारा सामान्य कार्यक्रम है। मैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निमंत्रण पर राजस्थान इन्वेस्टर्स समिट में गया था। बाद में, यहां तक कि राहुल जी ने भी राजस्थान में हमारे निवेश की तारीफ़ की।

कारोबारी गौतम अडानी ने कहा - 

मैं जानता हूं कि राहुल जी की नीतियां विकास विरोधी नहीं हैं। अगर ऐसा होता तो अडानी समूह राजस्थान में 68,000 करोड़ रुपये का निवेश नहीं कर सकता था।


-गौतम अडानी, कारोबारी, इंडिया टीवी पर 7 जनवरी 2023 को

अडानी ने कहा कि जो आलोचक कहते हैं कि पीएम मोदी के साथ उनके संबंधों से लाभ हुआ है, वे इस तथ्य को नजरअंदाज कर देते हैं कि उनकी सफलता तब शुरू हुई जब देश में कांग्रेस का शासन था। अडानी ने कहा - मुझे अपने जीवन में तीन बड़े ब्रेक मिले। पहला, 1985 में राजीव गांधी के शासन के दौरान, जब एक्ज़िम नीति ने हमारी कंपनी को एक ग्लोबल कारोबारी घराना बनने दिया। दूसरा, 1991 में, जब पी.वी. नरसिम्हा राव और डॉ. मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था को खोला, और हमने सार्वजनिक-निजी भागीदारी मोड में प्रवेश किया। और तीसरा, गुजरात में नरेंद्र मोदी के 12 साल के लंबे शासन के दौरान ... मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि यह एक बहुत अच्छा अनुभव था। 

मैं इस बात को ज़ोर देकर कहना चाहता हूँ कि गुजरात निवेशकों के अनुकूल है, सिर्फ़ अडानी के अनुकूल नहीं।


-गौतम अडानी, कारोबारी, इंडिया टीवी पर 7 जनवरी 2023 को

पिछले एक साल में अडानी की संपत्ति किसी भी अन्य अरबपति की तुलना में अधिक बढ़ी है। उनका समूह 200 बिलियन डॉलर का है और इसमें ग्रीन एनर्जी, बंदरगाह, खदानें, हवाई अड्डे और विशाल बुनियादी ढांचा (इन्फ्रास्ट्रक्चर) परियोजनाएं शामिल हैं। अडानी ने कहा कि उनकी कंपनी ने बिना बोली लगाए (बिडिंग bidding) कभी कोई सौदा नहीं किया है और इसलिए, इसे विशेष लाभ मिलने का कोई सवाल ही नहीं है। अडानी ने कहा- 

बिना बोली लगाए हमें एक भी प्रोजेक्ट नहीं मिला। हमारे अडानी समूह का यह सिद्धांत है कि बिना बोली लगाए किसी भी प्रोजेक्ट को हाथ नहीं लगाना चाहिए, चाहे वह बंदरगाह हो, हवाई अड्डा हो, सड़कें हों या बिजलीघर हो। एक भी आरोप नहीं है कि हमने उसे बिना बोली लगाए 'कामयाब' कर लिया हो। यहां तक कि राहुल जी ने भी बिडिंग प्रक्रिया में छेड़छाड़ का कोई आरोप नहीं लगाया है।


-गौतम अडानी, कारोबारी, इंडिया टीवी पर 7 जनवरी 2023 को

जब अडानी से सफलता के उनके फॉर्मूले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बहुत सरलता से बताया: मेहनत, मेहनत, मेहनत। बता दें कि सोशल मीडिया पर अडानी का इंटरव्यू राहुल गांधी के संदर्भ की वजह से टॉप ट्रेंड में कल शनिवार से ही है।

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