ट्रंप ने कहा, मारा गया आईएस का सरगना बग़दादी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवादी संगठन आईएसएस के सरगना अबु बकर-अल बग़दादी के मारे जाने का एलान किया है। ख़बरों के मुताबिक़, अमेरिकी सेना ने सीरिया में बग़दादी को निशाना बनाया है। डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दिन में ट्वीट कर कहा था कि अभी कुछ बहुत बड़ा हुआ है। ट्रंप के ट्वीट को बग़दादी के मारे जाने से जोड़कर देखा जा रहा था। अब ट्रंप ने इस बात की घोषणा कर दी है कि आईएस का सरगना बग़दादी मारा जा चुका है।
ट्रंप ने कहा कि बग़दादी कुत्ते की मौत मारा गया, वह डरपोक की तरह मारा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि आगे वह किसी भी बेकसूर को अपना निशाना नहीं बना सकेगा और उसके मारे जाने से अब दुनिया सुरक्षित है।
#WATCH US President Donald Trump: He (Abu Bakr al-Baghdadi) will never again harm another innocent man, woman or child. He died like a dog, he died like a coward. The world is now a much safer place. pic.twitter.com/8NB69yA3b1
— ANI (@ANI) October 27, 2019
कुछ ही महीने पहले आईएस की ओर से एक वीडियो जारी किया गया था जिसमें दिख रहे एक शख़्स के बग़दादी होने का दावा किया गया था। वीडियो में बग़दादी इस्लामिक स्टेट को हुए नुक़सान का बदला लेने की बात कहता दिखाई दिया था। इस वीडियो में बग़दादी इस बात को स्वीकार करता है कि आईएस का मज़बूत गढ़ बग़ुज उसके हाथ से निकल गया है। इस वीडियो को इस्लामिक स्टेट के मीडिया नेटवर्क अल-फ़ुरक़ान की ओर से पोस्ट किया गया था। 2014 के बाद से बग़दादी को कहीं नहीं देखा गया था।
बता दें कि सीरिया में आतंकवादियों के ख़िलाफ़ लंबी लड़ाई चली थी और अमेरिका की नाटो सेना ने आतंकवादियों को हरा दिया था। कुछ साल पहले तक सीरिया और इराक़ के बड़े हिस्से पर आईएस का क़ब्जा था और यह संगठन तब काफ़ी मज़बूत हुआ करता था। लेकिन इराक़ का मोसुल आईएस के हाथ से निकल गया था और 2017 में सीरिया के रक़्क़ा से भी इसे खदेड़ दिया गया था।
हाल ही में श्रीलंका में चर्च और होटलों में हुए सीरियल धमाकों की ज़िम्मेदारी आईएस ने ली थी। इस आतंकवादी संगठन ने अपनी पत्रिका अमक़ में यह दावा किया था कि कोलंबो और श्रीलंका के दूसरे शहरों में चर्चों और होटलों पर धमाके उसके संगठन से जुड़े लोगों ने किए हैं।
2014 में आईएस ने इराक़ और सीरिया के अपने क़ब्जे वाले इलाक़ों में 'ख़िलाफ़त' यानी इस्लामिक राज्य बनाने की घोषणा की थी। संगठन ने अपने मुखिया बग़दादी को 'ख़लीफ़ा' घोषित किया था।