सर्वे: फिर नीतीश सरकार के आसार लेकिन बीजेपी को जेडीयू से ज़्यादा सीटें!
नीतीश की मुश्किलों में इज़ाफा
यह सर्वे नीतीश के चेहरे पर आई चिंता की लकीरों को और गहरा कर सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सर्वे कहता है कि जेडीयू को 59-67, बीजेपी को 73-81, विकासशील इंसान पार्टी को 3-7 और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को 0-4 सीटें मिल सकती हैं। मतलब साफ है कि बीजेपी थोड़ा नहीं ज़्यादा सीटों से आगे दिख रही है।
बिहार के सियासी कॉरिडोर में यह चर्चा पहले से ही है कि अगर बीजेपी की ज़्यादा सीटें आईं तो वह मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोक सकती है भले ही अभी उसके नेता ‘नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे’ का राग दोहरा रहे हों।
दूसरी ओर महागठबंधन की बात करें तो आरजेडी को 56-64, कांग्रेस को 12-20 और वाम दलों को 9-14 सीटें मिलने की बात कही गई है। सर्वे में एनडीए को 43 फ़ीसदी, महागठबंधन को 35 फ़ीसदी, एलजेपी को 4 फ़ीसदी व अन्य को 18 फ़ीसदी वोट मिलने की बात कही गई है।
जीडीएसएफ़ व अन्य गठबंधन
इस 18 फ़ीसदी वोट में ग्रेंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट (जीडीएसएफ़) सहित कुछ अन्य छोटे गठबंधनों व निर्दलीयों की हिस्सेदारी होगी। जीडीएसएफ़ के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा हैं। गठबंधन में कुशवाहा की आरएलएसपी, मायावती की बीएसपी, असदउद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम और कुछ अन्य पार्टियां शामिल हैं।
देखिए, सर्वे पर चर्चा-
लोकनीति-सीएसडीएस के सर्वे में एनडीए को महागठबंधन से 6 फ़ीसदी ज़्यादा वोट मिलने की बात कही गई थी। कहा गया था कि एनडीए को 38 जबकि महागठबंधन को 32 फ़ीसदी वोट मिल सकते हैं।
नीतीश से नाराजगी बरकरार
बिहार के तमाम चुनावी सर्वे इस बात को कह रहे हैं कि मतदाता नीतीश से नाराज हैं। लोकनीति-सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक़, 2015 में 18 फ़ीसदी लोग नीतीश के काम से नाख़ुश थे जबकि इस बार यह आंकड़ा 44 हो गया है। 38 फ़ीसदी लोग चाहते हैं कि नीतीश फिर से मुख्यमंत्री बनें जबकि 43 फ़ीसदी लोग नहीं चाहते कि वह दुबारा सत्ता में लौटें।
इसी तरह एबीपी न्यूज़़-सी वोटर के सर्वे में 60 फ़ीसदी लोगों ने कहा कि वे नीतीश कुमार से नाराज हैं और मुख्यमंत्री को बदलना चाहते हैं वहीं 26% लोगों ने कहा कि वे नाराज तो हैं लेकिन उनका भरोसा नीतीश कुमार पर ही है।