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कैश फॉर टिकट: आज विधायक त्रिपाठी से पूछताछ करेगी एसीबी

कैश फॉर टिकट: आज विधायक त्रिपाठी से पूछताछ करेगी एसीबी

कैश फॉर टिकट के मामले को लेकर दिल्ली बीजेपी के नेताओं ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोला तो आम आदमी पार्टी ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषी को सजा दी जानी चाहिए। क्या विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी पर लगे आरोपों और उनके रिश्तेदारों की गिरफ्तारी से आम आदमी पार्टी की मुश्किलें एमसीडी के चुनाव में बढ़ सकती हैं। 

कैश फॉर टिकट के मामले में एंटी करप्शन ब्रांच यानी एसीबी ने आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी को पूछताछ के लिए गुरूवार को बुलाया है। इस मामले को लेकर बुधवार को दिल्ली की सियासत में दिनभर जबरदस्त हंगामा रहा। एसीबी ने एमसीडी चुनाव में टिकट के बदले पैसे मांगने के आरोप में बुधवार को अखिलेश पति त्रिपाठी के साले समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। 

इसे लेकर दिल्ली बीजेपी के नेताओं ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोला तो आम आदमी पार्टी ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषी को सजा दी जानी चाहिए। 

इस मामले में दो वीडियो भी सामने आए हैं। ये वीडियो सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर जमकर देखे जा रहे हैं। इन्हें लेकर दिल्ली की सियासत में तमाम तरह की चर्चाएं हैं। हालांकि इन वीडियो की पुष्टि नहीं की गई है। 

 - Satya Hindi

विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी।

पहले वीडियो में एक शख्स कहता है कि विधायक जी से मेरी बात हुई थी अखिलेश भाई से, आप भैया को बोल देना सामान पहुंच गया है, मैं उधर बोल देता हूं। 

दूसरे वीडियो में दिख रहे एक शख्स को आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी का सहयोगी बताया जा रहा है। उसे वीडियो में कैश को गिनते हुए दिखाया गया है। इस वीडियो में एक शख्स किसी को फोन पर ओम कहकर पुकारता है और कहता है कि वह प्रिंस से बात कर ले। प्रिंस ओम से कहता है कि ये लोग दो लाख रुपए कम बता रहे हैं। इस दौरान पूछने पर कि यह कितने पैसे हैं, प्रिंस कहता है कि यह 33 लाख हैं तो दूसरी ओर से फोन पर बात करने वाला शख्स कहता है कि अगर कुछ ऐसा है तो वह कल इसे दिखवा लेगा। यहां से एक शख्स कहता है कि विधायक जी को बता देना कि 2 लाख कम हैं और यह 33 लाख रुपए हैं। 

क्या है पूरा मामला?

आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता गोपाल खारी ने शोभा खारी के लिए वार्ड 69 कमला नगर से टिकट मांगा था। गोपाल खारी ने कहा है कि वह आम आदमी पार्टी से 2014 से जुड़ा है। उसने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि वह 9 नवंबर को विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी से मिला था और अपनी पत्नी के लिए टिकट मांगा था। 

गोपाल खारी ने शिकायत में आगे कहा है कि अखिलेश पति त्रिपाठी ने टिकट के लिए 90 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। इस पर गोपाल खारी ने विधायक के निर्देश के मुताबिक 35 लाख रुपए उसके एक आदमी को दे दिए और 20 लाख रुपए दूसरे विधायक राजेश गुप्ता को दिए गए। 

गोपाल खारी ने दावा किया है कि उसने विधायक त्रिपाठी से कहा कि वह बचे हुए 35 लाख रुपए टिकट मिलने के बाद देगा। लेकिन 12 नवंबर को जब किसी और शख्स को टिकट मिल गया तो विधायक के रिश्तेदार ओम सिंह ने गोपाल खारी से संपर्क किया और वादा किया कि उन्हें अगले चुनाव में जरूर टिकट मिलेगा और उनका पैसा लौटा दिया जाएगा। 

इसके 3 दिन बाद पुलिस और एसीबी के लोगों ने गोपाल खारी के घर पर जाल बिछाया और यहां पर तीनों लोगों को 33 लाख रुपए के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। ये लोग इस रकम को लौटाने के लिए आए थे। इसके बाद एसीबी ने प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज कर लिया।

गोपाल खारी ने इसकी ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग पुलिस को सौंप दी है। 

90 फीसद से ज्यादा टिकट बेचे गए: बीजेपी 

एसीबी की कार्रवाई के तुरंत बाद दिल्ली में बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि जो लोग टिकट बांटते वक्त 90 लाख रुपए लेंगे, वह जनप्रतिनिधि जनता की क्या सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल एक वक्त में राइट टू रिकॉल की बात कहते थे और अब वह अपने विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के बारे में क्या फैसला लेंगे, इसका इंतजार है। बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि यह सिर्फ एक मामला नहीं है, एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 90 फीसद से ज्यादा टिकट 70 लाख से 1 करोड़ रुपए में बेची हैं। 

आप में टिकट नहीं बिकता: सिसोदिया 

इस मामले में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि आम आदमी पार्टी कभी भी किसी भी दोषी को बचाने के लिए न खड़ी थी और न रहेगी।  उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच होनी चाहिए, किसी को अनावश्यक तंग न किया जाए और जो भी दोषी पाया जाए, उसे सख्त से सख्त सजा दी जाए। जबकि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि बीजेपी इस बात को जानती है कि वह एमसीडी का चुनाव हार रही है और आम आदमी पार्टी जीत रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में उम्मीदवारों की बड़ी तादाद थी और इस घटनाक्रम से पता चलता है कि पैसे का लेन-देन होने के बाद भी उस शख्स को टिकट नहीं मिला और यह साफ हो गया है कि आम आदमी पार्टी में टिकट नहीं बिकता। 

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