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कोचिंग सेंटर मौत मामले में आप ने की एलजी को बर्खास्त करने की मांग

कोचिंग सेंटर मौत मामले में आप ने की एलजी को बर्खास्त करने की मांग

कोचिंग सेंटर की घटना ने दिल्ली में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है। भाजपा ने इसे 'हत्या' करार दिया है, जबकि आप सरकार ने उपराज्यपाल को ज़िम्मेदार ठहराया। 

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में यूपीएससी कोचिंग में मौत के मामले में मंगलवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को बर्खास्त करने की मांग की। पार्टी के सांसदों ने मंगलवार सुबह इस घटना को लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन भी किया। उन्होंने देश भर के कोचिंग सेंटरों के नियमन की मांग की। 

यह मांग शनिवार को दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में राव आईएएस स्टडी सर्कल के बाढ़ग्रस्त बेसमेंट में फँसने से सिविल सेवा के तीन उम्मीदवारों की मौत के बाद की गई। आप के सांसदों ने संसद भवन परिसर में 'एलजी को बर्खास्त करो' के पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। आप ने कहा है कि आप सरकार के मंत्रियों के बार-बार निर्देश देने के बावजूद बीजेपी के एलजी के अधिकारियों ने डिसिल्टिंग नहीं की जिस कारण राजिंदर नगर की दुर्घटना हुई।

छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अधिकारियों की कथित लापरवाही और मानसून की तैयारियों में कमी के खिलाफ शनिवार देर रात से ही प्रदर्शन जारी हैं। दिल्ली की इस घटना को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं। 

आम आदमी पार्टी ने सोमवार को उपराज्यपाल सचिवालय के पास प्रदर्शन किया और नालों की सफाई के लिए निर्देश जारी करने में कथित विफलता के लिए एमसीडी आयुक्त को बर्खास्त करने की मांग की। प्रदर्शनकारी विधायकों ने तख्तियां लेकर एमसीडी आयुक्त को तत्काल निलंबित करने और नालों की सफाई नहीं कराने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। 

आप विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने एक विधेयक लाया है, जिसमें दिल्ली सरकार के तहत काम करने वाले अधिकारियों की नियुक्ति, स्थानांतरण और पोस्टिंग का अधिकार उपराज्यपाल को दिया गया है। वह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी एनसीटी की विधायी शक्तियों से बाहर के क्षेत्रों को छोड़कर, सर्विसेस के प्रशासन में नौकरशाहों पर नियंत्रण के बारे में दिल्ली सरकार के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र कर रहे थे। 

उन्होंने आरोप लगाया, 'दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने फरवरी से जून तक पांच बार मुख्य सचिव और अधिकारियों को नालों की सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। लेकिन उपराज्यपाल के अधीन काम करने वाले अधिकारियों ने कोई कदम नहीं उठाया। नतीजतन, राजेंद्र नगर हादसा हुआ।' डेक्कन हेरल्ड की रिपोर्ट के अनुसार पांडे ने कहा कि वे इस मांग के साथ आए थे कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों। उन्होंने कहा, 'ये सभी अधिकारी उपराज्यपाल के अधीन आते हैं। सौरभ भारद्वाज की बैठक के वीडियो ने सच्चाई सामने ला दी है। हम उपराज्यपाल से अनुरोध करने आए हैं कि वे अक्षम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें, जो मंत्री के आदेश के बावजूद काम नहीं कर रहे हैं और लोकतंत्र में जवाबदेही के सिद्धांत को नहीं समझते हैं।' 

आप विधायक और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि उपराज्यपाल ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पिछले एक दशक में दिल्ली की जल निकासी व्यवस्था पर कोई काम नहीं हुआ। पाठक ने कहा कि आप ने एमसीडी को सिर्फ 18 महीने पहले संभाला है। उन्होंने पूछा, 'पिछले 15 सालों में जो नहीं हुआ, उसके लिए कौन जिम्मेदार है? भाजपा विरोध क्यों कर रही है? उन्हें दिल्ली को बर्बाद करने पर शर्म आनी चाहिए।' 

सक्सेना ने सोमवार को ओल्ड राजिंदर नगर का दौरा किया था और तीन सिविल सेवा उम्मीदवारों की मौत पर विरोध कर रहे छात्रों से मुलाकात की थी।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने समर्थकों के साथ आईटीओ के पास आप कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 'दिल्ली जल बोर्ड, अग्निशमन सेवाओं और आप के नेतृत्व वाली एमसीडी की आपराधिक लापरवाही' को लेकर इस्तीफा दें।

सचदेवा ने कहा, 'तीन निर्दोष लोगों की हत्या के लिए आम आदमी पार्टी जिम्मेदार है। राजिंदर नगर के विधायक और नगर पार्षद दोनों ही आम आदमी पार्टी से हैं, इसलिए अगर इस पूरी घटना के लिए आम आदमी पार्टी जिम्मेदार नहीं है, तो फिर कौन है? आप नेता अपनी गलतियों के लिए अधिकारियों पर दोष मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली जल बोर्ड, डीएफएस, एमसीडी या सरकारी मशीनरी का कोई भी विभाग जो इस घटना के लिए दोषी है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।'

बता दें कि 27 जुलाई को भारी बारिश के बाद ओल्ड राजिंदर नगर में राव आईएएस स्टडी सर्कल बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत हो गई थी।

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