77 वां स्वतंत्रता दिवसः भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टिकरण से लड़ना होगाः पीएम
Addressing the nation on Independence Day. https://t.co/DGrFjG70pA
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2023
प्रधानमंत्री मोदी अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में देशवासियों कहने की जगह परिवारवादियों शब्द का इस्तेमाल किया और देश के लोगों से आशीर्वाद मांगा। उन्होंने कहा कि देश को तीन बुराइयों से लड़ना होगा, ये हैं- भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण। पीएम मोदी ने विस्तार से इनके बारे में बोला और किसी पार्टी और नेता का नाम लिए बिना कहा कि परिवारवादी राजनीति इस देश को खोखला कर रही है। यही लोग भ्रष्टाचार कर रहे हैं और तुष्टिकरण कर रहे हैं। तुष्टिकरण ने सामाजिक न्याय की लड़ाई को कमजोर कर दिया है। प्रधानमंत्री का भाषण पूरी तरह विपक्ष पर हमला था लेकिन किसी पार्टी का जिक्र नहीं किया। प्रधानमंत्री के भाषण में कहीं न कहीं 2024 के लिए लोगों से समर्थन मांगने का अप्रत्यक्ष इशारा था। प्रधानमंत्री ने जिस तुष्टिकरण की बात कही, उसके बारे में यह साफ नहीं किया कि आखिर कौन सी पार्टी किसका तुष्टिकरण कर रही है। आमतौर पर तुष्टिकरण अल्पसंख्यकों के संबंध में इस्तेमाल होता है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत में ही मणिपुर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पूरा देश मणिपुर के साथ है। शांति ही मणिपुर की समस्या का समाधान है। केंद्र सरकार पूरी कोशिश में है कि मणिपुर में शांति बहाल हो। हालांकि प्रधानमंत्री इससे पहले लोकसभा के मॉनसून सत्र में मणिपुर का मामूली जिक्र कर चुके हैं। लेकिन उन्होंने 15 अगस्त को भी इसका जिक्र किया। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के कई हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा कर दिया है। मैं इसका सामना करने वाले सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं...।"
पीएम ने कहा कि 2014 में आपने एक मजबूत सरकार बनाई। 2014 और 2019 में मोदी को सुधार करने का साहस मिला और मोदी ने एक के बाद एक सुधार किये। सुधार, प्रदर्शन, परिवर्तन ही देश का निर्माण है। हमारी मानसिकता उस शक्ति को मजबूत करती है जो अगले 1000 वर्षों के लिए मंच तैयार करती है। देश ने तय किया कि देश को आगे ले जाने के लिए पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार चाहिए। उन्होंने उस अस्थिर समय से मुक्ति पायी जब देश राजनीतिक मजबूरी से जूझ रहा था, मेरी सरकार का हर निर्णय देश-प्रथम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- भारत की क्षमताएं और अवसर नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगी। भारत को G20 की मेजबानी का मौका मिला है, अब लोग भारत ज्यादा आना चाहते हैं। आज, भारत का निर्यात बढ़ रहा है, और अब विशेषज्ञ कह रहे हैं कि भारत को अब और नहीं रोका जा सकता है, कोविड के बाद दुनिया नए तरीके से सोचने लगी। जिस तरह से विश्व युद्ध के बाद दुनिया को एक नई विश्व व्यवस्था मिली, मैं देख रहा हूं कि कोरोना वायरस के बाद एक नई विश्व व्यवस्था और भू-राजनीतिक समीकरण विकसित हो रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत 5 साल में टॉप 3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। जब हम 2014 में सत्ता में आए, तो हम ग्लोबल आर्थिक व्यवस्था में 10वें स्थान पर थे। आज 140 करोड़ भारतीयों के प्रयासों से हम पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। यह ऐसे ही नहीं हुआ। भ्रष्टाचार का दानव उसने देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था - हमने लीकेज रोकी और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई।
उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष से लेकर गहरे समुद्री मिशन तक, वंदे भारत ट्रेन, इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो, गांवों को इंटरनेट, नैनो यूरिया पर काम, सेमीकंडक्टर निर्माण, हम हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं। भारत अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। सरकार जिन परियोजनाओं का शिलान्यास करती है, उनका उद्घाटन भी करती है। हमारा लक्ष्य बड़ा और दूर तक है। बड़े सपने देखने से ज्यादा, हम उसे हासिल करने की दिशा में काम करते हैं।
महंगाई पर बोले पीएमः "आज दुनिया महंगाई के संकट से जूझ रही है। महंगाई ने पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था को अपनी गिरफ्त में ले लिया है...यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब हम सामान आयात करते हैं हमारी आवश्यकता है, हम मुद्रास्फीति भी आयात करते हैं। लेकिन, भारत ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए सभी प्रयास किए... हम सिर्फ इसलिए संतुष्ट नहीं हो सकते कि हमारी स्थिति दुनिया के बाकी हिस्सों से बेहतर है। मुझे और कदम उठाने होंगे ताकि बोझ बढ़े मेरे देश के नागरिकों पर महंगाई की मार और कम होगी। हम वो कदम उठाएंगे और मेरे प्रयास जारी रहेंगे..."
विपक्ष पर हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों पर भी हमला बोला। पीएम विपक्ष पर अक्सर भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को फिर कहा- यदि हम अपने सपनों को हासिल करना चाहते हैं, तो तीन बुराइयों से "मुक्ति" आवश्यक है। उन्होंने कहा - भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और तुष्टिकरण।प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर स्पष्ट रूप से निशाना साधते हुए कहा, पिछले 75 वर्षों में कुछ समस्याएं हमारी व्यवस्था का हिस्सा बन गईं। कुछ पार्टियां वंशवादी राजनीति का पालन करती हैं। ऐसी पार्टी परिवार की, परिवार के लिए और परिवार के लिए होती है। उन्होंने कहा कि हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान शुरू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "तुष्टिकरण की राजनीति ने सामाजिक न्याय की हत्या कर दी है।" उन्होंने कहा-
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सीरियल बम धमाके बीते दिनों की बात हो गए हैं। आतंकी हमले अब सुनने को नहीं मिलते। नक्सल प्रभावित इलाकों में बदलाव दिख रहा है।
-पीएम मोदी, 15 अगस्त 2023 सोर्सः दूरदर्शन
अपने भाषण का समापन करते हुए उन्होंने कहा, "मैं नागरिकों के लिए जीता हूं और सांस लेता हूं। जब भी मैं सपने देखता हूं, मैं आप नागरिकों के लिए सपने देखता हूं। मैं आपको अपना परिवार जन मानता हूं।"
लाल किले पर संबोधन से पहले पीएम मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। लाल किले पर पहुंचने पर पीएम मोदी का स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव गिरिधर अरामने ने किया। इससे पहले पीएम मोदी राजघाट पर राष्ट्रपति महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे।