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भीषण गर्मी के बीच मक्का में मरने वाले 645 हज यात्रियों में 68 भारतीय: रिपोर्ट 

भीषण गर्मी के बीच मक्का में मरने वाले 645 हज यात्रियों में 68 भारतीय: रिपोर्ट 

मक्का में इस मौसम में अधिकतम तापमान 50 डिग्री के आसपास रहा है। कई बार तो इससे भी ज़्यादा हुआ है। सोमवार को मक्का में ग्रैंड मस्जिद की छाया में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया था। 

भीषण गर्मी के बीच मक्का में 645 हज यात्रियों की मौत हो गई है। न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी ने एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि मारे गए लोगों में से 68 भारतीय नागरिक हैं। दो दिन पहले ख़बर आई थी कि गर्मी के बीच मक्का में 550 लोगों की मौत हुई, लेकिन तब यह ख़बर सामने नहीं आ पाई थी कि इसमें भारतीयों की संख्या कितनी थी।

रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को एएफपी ने बताया था कि हज यात्रा पर कम से कम 550 लोगों की मौत हुई और इनमें से 323 मिस्र के नागरिक थे। रिपोर्ट में अरब के दो राजनयिकों के हवाले से कहा गया था कि ये गर्मी से संबंधित बीमारी के कारण मर गए। मक्का में इस मौसम में अधिकतम तापमान 50 डिग्री के आसपास रहा है। कई बार तो इससे भी ज़्यादा हुआ है। सऊदी मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, सोमवार को मक्का में ग्रैंड मस्जिद की छाया में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया था। 

रिपोर्ट के अनुसार नाम न बताने की शर्त पर एक अरब राजनयिक ने पुष्टि की थी कि हज यात्रा के दौरान कम से कम 68 भारतीय नागरिकों की मौत हुई है। उन्होंने कहा, 'कुछ की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है, और कई वृद्ध तीर्थयात्री थे। और कुछ की मौत मौसम की स्थिति के कारण हुई है, ऐसा हम मानते हैं।' कई भारतीयों के लापता होने की भी ख़बर है। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि इस साल हज यात्रा के दौरान कम से कम 90 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है। 

एक सऊदी स्वास्थ्य अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि मौत की रिपोर्ट जारी होने से पहले अधिकारियों ने बेहद उच्च तापमान के बीच मुस्लिम तीर्थयात्रियों के बीच किसी भी असामान्य मौत पर ध्यान नहीं दिया था।

सऊदी अरब ने आधिकारिक तौर पर मौतों की संख्या जारी नहीं की है, लेकिन कई देशों ने कहा है कि उनके कुछ तीर्थयात्रियों की मौत मक्का के पवित्र स्थलों पर पड़ने वाली गर्मी के कारण हुई है। ऐसा कहने वालों में जॉर्डन और ट्यूनीशिया भी शामिल हैं। मक्का में चिकित्सा परिसर में सुरक्षा कड़ी रही थी। जिन लोगों ने कहा कि वे मृतकों के रिश्तेदार थे, उन्हें ही चिकित्सा परिसर के अंदर जाने की अनुमति थी।

बता दें कि इस साल दुनिया भर से लगभग 1.8 मिलियन लोग तीर्थयात्रा में शामिल हुए। हज यात्रा शुक्रवार को शुरू हुई और हर साल लाखों मुसलमान मक्का जाते हैं, जहाँ वे धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। यह यात्रा बुधवार को समाप्त हो गई। हज यात्रा इस्लाम के पाँच स्तंभों में से एक है, और सभी साधन संपन्न मुसलमानों को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इस धार्मिक दायित्व को पूरा करने की मान्यता है।

एक सऊदी अध्ययन से पता चला है कि तीर्थयात्रा क्षेत्र में तापमान में हर दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। 2023 में हज के दौरान 200 से अधिक तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई थी और 2000 से अधिक व्यक्ति गर्मी से संबंधित तनाव से पीड़ित हुए। पिछले साल तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया था।

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