पाक की हरक़तों का मुंहतोड़ जवाब, गोलीबारी में 5 जवान शहीद
दहशतगर्दी पर उतारू पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अपनी नापाक हरक़तों से बाज़ नहीं आ रहा है। कई बार भारत के हाथों मुंह की खा चुका दुश्मन मुल्क़ लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। लेकिन भारतीय जवानों ने उसे मुहंतोड़ जवाब दिया है। शुक्रवार को हुई गोलीबारी में भारतीय सेना के तीन और बीएसएफ़ का एक जवान देश के लिए शहीद हुआ है। इनमें एक कैप्टन भी शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर के उत्तरी इलाक़ों में लाइन ऑफ़ कंट्रोल (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को सीमा पार से मोर्टार से गोले दागे। इसमें बारामुला जिले के नंबाला सेक्टर में भारत के जाबांज जवान शहीद हो गए। इसके अलावा बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स का एक सब इंस्पेक्टर भी शहीद हो गया जबकि हाजी पीर सेक्टर में एक जवान घायल हो गया।
अफ़सरों के मुताबिक़, बारामुला जिले के उरी इलाक़े के कमलकोट सेक्टर में दो भारतीय नागरिकों की मौत हो गई। भारत ने पाकिस्तान के दुस्साहस का जोरदार जवाब दिया और उसके कई सैनिकों को मार गिराया है।
पीटीआई के मुताबिक़, सेना के अफ़सरों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के 6-7 जवानों को मौत के घाट उतार दिया गया है और 10-12 जवान घायल हुए हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी सेना के कई बंकर और लॉन्चपैड को भी भारतीय सेना ने तबाह कर दिया। भारतीय सेना ने इसके वीडियो भी जारी किए हैं।
इन वीडियो में देखा जा सकता है कि भारत की एंटी टैंक मिसाइलों और रॉकेटों ने उड़ी, नौगांव, तंगधार, केरल और गुरेज सेक्टर में पाकिस्तान बंकरों को निशाना बनाया। इसके अलावा पाकिस्तान के आयुध और तेल डिपो की इमारतों को भी ध्वस्त किया गया है।
पीटीआई के मुताबिक़, सेना ने कहा है कि उड़ी के अलावा बांदीपोरा के गुरेज सेक्टर और कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में भी पाकिस्तान की ओर से सीज़फायर का उल्लंघन किया गया है। सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि भारतीय जवानों ने एलओसी पर केरन सेक्टर से घुसपैठ की कोशिशों को विफल कर दिया।
सेना के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से यह एक हफ़्ते में घुसपैठ की दूसरी कोशिश थी। इससे पहले 7-8 नवंबर को माछिल सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की गई थी लेकिन भारतीय जवानों ने उसे भी विफल कर दिया था।
दहशतगर्दी पर बेनक़ाब हुआ पाक
पुलवामा हमले में अपना हाथ होने के आरोपों से इनकार करता रहा पाकिस्तान कुछ दिन पहले अपने ही एक मंत्री के बयान के बाद बेनक़ाब हो गया था। इमरान ख़ान की हुकूमत के मंत्री फ़वाद चौधरी ने कहा था, ‘पुलवामा में जो हमारी क़ामयाबी है, वो इमरान ख़ान की क़यादत में इस कौम की क़ामयाबी है, उसके हिस्सेदार आप भी सब हैं, उसके हिस्सेदार हम भी सब हैं।’
पुलवामा हमले के बाद भारत ने कई बार कहा था कि इसमें पाकिस्तान का ही हाथ है, लेकिन वहां के वज़ीर-ए-आज़म इमरान ख़ान ने इसे ग़लत बताया था। लेकिन फ़वाद के बयान के बाद यह साफ हो गया था कि पाकिस्तान दहशतगर्दी को बढ़ावा देता है।
फ़रवरी, 2019 में कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में भारत के 40 से ज़्यादा जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी और बालाकोट में चल रहे आतंकी शिविरों पर बम गिराए थे।