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स्पाइस जेट के दो यात्री आईसीयू में; क्रू रोस्टर से हटाए गए

स्पाइस जेट के दो यात्री आईसीयू में; क्रू रोस्टर से हटाए गए

तूफान में फंसने के बाद भी विमान सुरक्षित ढंग से दुर्गापुर एयरपोर्ट पर उतर गया। लेकिन घायलों में कुछ की हालत ज़्यादा ख़राब है। जानिए, डीजीसीए ने क्या कार्रवाई की।

नागरिक उड्डयन महानिदेशक ने सोमवार को कहा है कि रविवार को बंगाल के दुर्गापुर में लैंडिंग के दौरान टर्बुलेंस में घायल हुए यात्रियों में से दो को आईसीयू में भर्ती करना पड़ा है। इसके साथ ही विमानन नियामक डीजीसीए ने स्पाइसजेट के दो कर्मचारियों को इसलिए रोस्टर से हटा दिया है कि उन्होंने औपचारिक जांच से पहले ही उस विमान को दुर्गापुर से कोलकाता जाने की अनुमति दी थी। क्रू को भी हटाया गया है।

डीजीसीए ने कहा है कि इसने चालक दल, विमान को दुर्गापुर से जाने की अनुमति देने वाले एएमई यानी एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर और स्पाइज जेट के रखरखाव नियंत्रण केंद्र के प्रभारी को रोस्टर से हटा दिया है। 

बता दें कि स्पाइसजेट के एक विमान में बैठे यात्रियों और केबिन क्रू के मेंबर्स की जान खराब मौसम के कारण मुसीबत में आ गई थी। स्पाइसजेट का यह बोइंग B737 विमान मुंबई से पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर आ रहा था और जब यह उतरने वाला था उसी दौरान मौसम बेहद खराब हो गया। 

हादसे की वजह से 14 यात्री और केबिन क्रू के 3 मेंबर्स घायल हो गए हैं।

हालांकि यह विमान सुरक्षित ढंग से दुर्गापुर एयरपोर्ट पर उतर गया और घायल हुए लोगों को इलाज के लिए तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया। 

इसका एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि तूफान के कारण विमान के अंदर रखा सामान इधर-उधर गिरने लगा। 

एक यात्री ने बताया कि लोगों के बैग जमीन पर गिर गए और इस वजह से उन्हें चोटें आई। घायल हुए एक शख्स ने बताया कि एक वक्त तो ऐसा लगा कि विमान पलट जाएगा। सीट बेल्ट लगे होने के बाद भी लोगों को काफी चोटें आई हैं। तूफान के दौरान विमान में मौजूद एयर हॉस्टेस स्टाफ ने यात्रियों को हिम्मत बंधाई। 

डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानी डीजीसीए ने कहा कि उसने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और कुछ यात्रियों के सिर में चोटें आई हैं और उन्हें टांके लगाए गए हैं जबकि एक शख्स की कमर में चोट आई है। स्पाइसजेट ने इस घटना को लेकर दुख जताया है।

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