ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे, यूरोप और अमेरिका में कोरोना के बढ़ते मामलों का असर दुनिया भर की उड़ानों पर पड़ा है। इस वजह से बीते शुक्रवार से सोमवार तक 11,500 फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा है।
इसके अलावा हजारों फ्लाइट की उड़ान में देरी भी हुई है। क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों को लेकर लोग बड़े पैमाने पर घूमने के लिए निकलने वाले थे लेकिन ओमिक्रॉन के खतरे की वजह से उन्हें निराशा हाथ लगी है।
कोरोना संक्रमित होने की वजह से कई एयरलाइंस के पास स्टाफ़ की भी खासी कमी हो गई है।
उधर, अमेरिका में कोरोना के मामले बहुत तेज गति से बढ़ रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि उनका देश किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना की वजह से अमेरिका में 8 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन और फ्रांस में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
ओमिक्रॉन के ख़तरे को देखते हुए कई देशों ने पाबंदियां भी लगाई हैं। चीन में भी कोरोनावायरस के संक्रमण वाले इलाकों में कई पाबंदियां आयत की गई हैं।
निश्चित रूप से इतनी बड़ी संख्या में फ्लाइट्स का रद्द होना ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए भी एक बहुत बड़ा झटका है। क्योंकि बीता साल भी कोरोनावायरस की वजह से इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए बेहद खराब रहा है।
दूसरी ओर लॉकडाउन की वजह से लंबे वक्त तक घरों में कैद रहे लोगों के लिए भी यह निराश करने वाला है क्योंकि बड़ी संख्या में लोग नए साल का जश्न मनाने की तैयारी में थे।