बढ़ता कोरोना: 1 से 1 लाख तक पहुंचने में लगे 111 दिन, अगले 1 लाख सिर्फ़ 15 दिन में

12:59 pm Jun 03, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

भारत में कोरोना वायरस से अब तक 2,07,615 लोग संक्रमित हो चुके हैं। पिछले 15 दिनों में संक्रमण बहुत तेज़ रफ़्तार से बढ़ा है। संक्रमण की रफ़्तार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना के मामलों के 1 लाख से 2 लाख तक पहुंचने में सिर्फ़ 15 दिन लगे। जबकि इससे पहले 1 लाख तक पहुंचने में 111 दिन लगे थे। इस रफ़्तार के कारण भारत दुनिया के 7 सबसे ज़्यादा संक्रमित देशों की सूची में शामिल हो गया है। 

भारत में कोरोना का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में सामने आया था। यह संक्रमण चीन से लौटे छात्र में पाया गया था। इसके बाद 19 मई को भारत में संक्रमितों का आंकड़ा 1 लाख से ज़्यादा हुआ था। इस तरह कुल 111 दिन का समय 1 से 1 लाख तक पहुंचने में लगा था। 

ऐसे बढ़ता गया संक्रमण 

19 मई को 4970, 20 मई को 5611, 21 मई को 5609, 22 मई को 6088, 23 मई को 6,654, 24 मई को 6767, 25 मई को 6,977, 26 मई को 6,535, 27 मई को 6387, 28 मई को 6,566, 29 मई को 7,466, 30 मई को 7,964, 31 मई को 8380, 1 जून को 8392, 2 जून को 8,171 और 3 जून को रिकॉर्ड 8,909 मामले सामने आए। 

इन आंकड़ों को देखकर आप समझ सकते हैं कि एक दिन में लगभग 5 हज़ार के क़रीब आ रहे मामलों का आंकड़ा किस तरह 9 हज़ार के क़रीब तक पहुंच चुका है।हालांकि राहत की बात यह है कि संक्रमित लोग जल्दी-जल्दी ठीक भी हो रहे हैं। भारत में कुल संक्रमित लोगों में से 1,01,497 एक्टिव केस हैं जबकि 1,00,303 लोग ठीक हो चुके हैं।  

छूट देने से ख़तरा

कोरोना संक्रमण का इस तेज़ रफ़्तार से फैलना भविष्य की चिंताजनक तसवीर पेश करता है और अब जब लॉकडाउन में तमाम रियायतें दी जा रही हैं, ऐसे में संक्रमण के फैलने का ख़तरा ज़्यादा है। क्योंकि दुकान, दफ़्तर, बस, ऑटो, टैक्सी सब खोल दिए गए हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का बहुत ज़्यादा पालन होता नहीं दिख रहा है। 

ये इलाक़े बने चिंता की वजह 

देश के 13 महानगर और जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना का संक्रमण सबसे ज़्यादा है। देश के 70 फ़ीसदी मामले इन्हीं जगहों से सामने आए हैं। ये हैं - मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता/हावड़ा, इंदौर, जयपुर, जोधपुर, चेंगलपट्टू और थिरूवल्लुवर (तमिलनाडु)। 

सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र में 72,300 मामले सामने आए हैं और इसमें भी अकेले मुंबई के 42,216 मामले हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 24,586, दिल्ली में 22132, गुजरात में 17,617 और राजस्थान में 9,373 मामले हैं।